पीठ का दर्द बहुत परेशान करता है और ऐसी स्थिति में इंसान काम नहीं कर पाता है। उसके लिए काम करना तो दूर की बात है, बिस्तर से उठना भी मुश्किल होता है। ऐसी स्थिति में या तो मालिश या डॉक्टरी परामर्श ही स्थिति को सुधार सकता है लेकिन यहाँ कुछ बातों को समझना बेहद जरूरी है।
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अगर इंसान की सेहत यानी पीठ में दर्द पहले से था और वो अब बढ़ा है तो ये किसी बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है। इस बात को ध्यान रखें कि शरीर में होने वाले किसी भी दर्द को नजरअंदाज ना करें। आपका शरीर आपको अंदर हो रही परेशानियों के बारे में इस तरह से जानकारी देता है।
ऐसा कई बार होता है कि जब हम छोटे इशारों को समझने में गलती करते हैं तो उसके कारण हमें बड़े परिणाम भुगतने पड़ते हैं। पीठ का दर्द आपको लकवे की स्थिति में भी ले जा सकता है लेकिन ये इतनी जल्दी नहीं होता है। जब आप किसी परेशानी को नजरअंदाज करते रहेंगे तो उसके परिणाम स्वरुप ऐसी स्थिति बनती है।
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पीठ दर्द के लिए व्यायाम
सुप्त पदंगुष्ठासन
योग से बेहतर कोई और चीज नहीं है जो आपको इसमें आराम दिलाए। आप स्ट्रेचिंग या कुछ अन्य करने का प्रयास कर सकते हैं लेकिन योग किसी भी बीमारी को होने से बचाता है और आपको ठीक रखता है। इस आसन के लिए आप जमीन पर लेट जाएं और दोनों पैरों को ऊपर उठाएं। इसके बाद आप अपने बाएं हाथ से दाएं पैर को पकड़े और छाती की तरफ लाएं। इस मुद्रा में 2 से 3 मिनट तक रहें और इसको दूसरे हाथ से भी ट्राई करें। आपको बेहद आराम प्राप्त होगा, बस ये ध्यान रखें कि जब आपके दोनों पैर ऊपर हों तो उनके बीच में थोड़ी दूरी हो।
मार्जरी आसन
पेट के बल लेट जाएं और अपने धड़ को ऊपर उठाएं लेकिन इस दौरान आपके घुटने जमीन पर ही होने चाहिए। आप एक टेबल वाली मुद्रा में आ जाएं। इसके बाद साँस अंदर लें और बैक को अंदर जबकि पेट को जमीन की तरफ ले जाएं और इसका उल्टा क्रम साँस छोड़ते समय करें। ये भी ध्यान रखें कि साँस लेते समय सामने और छोड़ते समय नीचे देखें।
सरलभुजंगासन
अगर आप नाम से समझ गए हों तो इसमें भुजंग की तरह की मुद्रा में रहना होता है। इसके लिए आप पेट के बल लेट जाएं और फिर पैरों को पीछे स्ट्रेच करें। हाथों को जमीन पर रखें और ऊपर के भाग को तब तक उठाएं जबतक आपकी कुहनियाँ जमीन से नब्बे का कोण ना बनाएं। इस क्रिया को आठ से दस बार करें तो आपको जल्द लाभ मिलेगा।
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