व्यक्ति को पाचन तंत्र और खून के प्रवाह में साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया हो जाए तो इसकी वजह से टाइफाइड बुखार हो सकता है। इस बुखार को मियादी बुखार के नाम से भी जाना जाता है। इसके होने का कारण खराब खाना औऱ दूषित पानी होता है। इस बीमारी से संक्रमित व्यक्ति का तापमान 104 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच जाता है। जानिए टाइफाइड से छुटकारा पाने के घरेलू नुस्खे और टाइफाइड के लक्षण।
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टाइफाइड का देसी इलाज -
तुलसी का सेवन - टाइफाइड की बीमारी से बचने के लिए तुलसी लाभकारी है। तुलसी को पानी में डालकर उबाल लें, फिर इस पानी का सेवन दिन में 3 से 4 बार करें।
सेब का रस - सेब का रस टाइफाइड की समस्या से आसानी से निजात दिला सकता है। इसके लिए सेब के जूस में अदरक का रस मिलाकर पिएं। इससे आपको टाइफाइड के बुखार से निजात मिलेगा।
लहसुन - अक्सर खाने में लहसुन का इस्तेमाल किया जाता है। लहसुन में एंटी बायोटिक (antibiotic), एंटीऑक्सीडेंट गुण होते है और इसके साथ ही इसकी तासीर गर्म होती है। लहसुन का इस्तेमाल करने के लिए घी में 6 से 7 लहसुन कली फ्राई कर लें फिर इसमें सेंधा नमक डालकर इसका सेवन करे।
लौंग - टाइफाइड में लौंग का उपयोग लाभकारी हो सकता है। इसके लिए आठ कप पानी में 6 से 7 लौंग डालकर उबाल लें। जब पानी आधा हो जाए तो इसका सेवन दिनभर करते रहें। इससे टाइफाइड के कारण आई कमजोरी से भी छुटकारा मिलेगा।
शहद - शहद में एंटीवायरल, एंटीबैक्टिया, एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) जैसे गुण पाए जाते हैं। टाइफाइड में शहद का इस्तेमाल करने के लिए गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद डालकर इसका सेवन करे। इससे आपको राहत मिलेगी।
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टाइफाइड के लक्षण -
टाइफाइड होने पर लोगों को अक्सर उल्टी होना, भूख कम लगना, सिर दर्द होना, ठंड लगना, शरीर में कमजोरी होना, दस्त लगना, कब्ज की समस्या, छाती में जलन होना जैसी परेशानी होती है।
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