भुवनेश्वर में रविवार को हॉकी वर्ल्ड कप के रोमांचक फाइनल में बेल्जियम ने नीदरलैंड्स को हराकर पहली बार खिताब पर कब्ज़ा किया। बेल्जियम ने तीन बार की विजेता नीदरलैंड्स को मैच 0-0 से बराबर रहने के बाद पेनल्टी शूटआउट के बाद सडेन डेथ में हराया। तीन बार की विजेता ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 8-1 से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया।
फाइनल मुकाबले में काफी जबरदस्त खेल देखने को मिला, लेकिन पूरे मैच में एक भी टीम कोई गोल नहीं कर सकी। इसके बाद हुए पेनल्टी शूटआउट के पांच गोल के बाद भी दोनों टीम 2-2 की बराबरी पर ही थी, लेकिन बेल्जियम ने सडेन डेथ में गोल किया और नीदरलैंड्स की टीम इसके बाद गोल नहीं कर पाई, जिसकी वजह से बेल्जियम की टीम विश्व चैंपियन बन गई। फ्लॉरेंट वैन औबेल ने बेल्जियम के लिए विजयी गोल किया।
2010 और 2014 की विश्व विजेता ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में इंग्लैंड को 8-1 से बुरी तरह हरा दिया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से टॉम क्रेग ने 9वें, 19वें, 34वें मिनट में गोल करके हैट्रिक पूरा किया। उनके अलावा ब्लेक गोवर्स ने आठवें, ट्रेंट मिटन ने 32वें, टिम ब्रैंड ने 34वें और जेरेमी हेवार्ड ने 57वें और आखिरी मिनट में गोल किया। इंग्लैंड की तरफ से एकमात्र गोल बैरी जॉन मिडिलटन ने 45वें मिनट में किया।
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