दो बार की विश्व विजेता जर्मनी की टीम FIH पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच गई है। जर्मनी ने बेहद रोमांचक मैच में 3 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 4-3 से मात दी 13 सालों के बाद खिताबी मुकाबले में जगह बनाई। जर्मनी की जीत के हीरो रहे निकलाज वेलेन जिन्होंने आखिरी मिनट में गोल कर टीम को जीत दिलाई। वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए पिछली बार की तरह इस बार भी सेमीफायनल में हार गई। जर्मनी ने आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया को साल 2014 में किसी हॉकी मैच में हराया था।
जर्मनी की टीम एक समय मुकाबले में 2-0 से पीछे थी लेकिन तीसरे और चौथे क्वार्टर में टीम ने चार गोल दागे और फाइनल का टिकट कटा लिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए पहला गोल 11वें मिनट में जेरेमी हेवर्ड ने पेनेल्टी कॉर्नर से किया। नेथन एफ्रॉम्स ने 26वें मिनट में फील्ड गोल दागा और कंगारू टीम 2-0 से आगे हो गई।
जर्मनी की टीम मैच के 40 मिनट तक गोल के लिए तरसती रही। 42वें मिनट में गोंजालो पेईलात ने टीम के लिए पहला गोल किया। 51वें मिनट में गोंजालेज ने एक और गोल दागा और स्कोर 2-2 से बराबर हो गया।
57वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया ने ब्लेक गोवर्स के गोल की बदौलत 3-2 की बढ़त हासिल कर ली। 58वें मिनट में गोंजालो ने पेनेल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर जर्मनी को 3-3 की बराबरी पर ला दिया और मुकाबला बेहद रोमांचक हो गया।
मैच के आखिरी सेकेंड्स में जर्मन टीम के निकलाज वेलेन ने गोल कर सभी को चौंका दिया और जर्मनी की टीम फाइनल में पहुंच गई। जर्मनी ने सेमीफायनल में भी इंग्लैंड को आखिरी मिनटों में गोल कर बराबरी पर रोका था और फिर पेनेल्टी कॉर्नर के जरिए मात दी थी।
जर्मनी की टीम ने 2002, 2006 में विश्व कप जीता था और 2010 में फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हारी थी। लेकिन पिछले दो संस्करणों में टीम क्वार्टर-फाइनल से आगे नहीं बढ़ पा रही थी। खास बात यह है कि जर्मनी की टीम इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए 9 मुकाबलों में नहीं जीती थी।
अब फाइनल में जर्मनी का सामना गत चैंपियन और ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट बेल्जियम से होगा। बेल्जियम ने भी रोमांचक दूसरे सेमीफायनल में नीदरलैंड्स पर पेनेल्टी शूटआउट में 3-2 से जीत दर्ज की। विश्व नंबर 2 बेल्जियम की टीम ने डच टीम को 2-2 से रोका। इसके बाद शूटआउट में दोनों टीमों का पहला प्रयास असफल रहा। नीदरलैंड्स का दूसरा और पांचवा प्रयास भी विफल रहा जबकि बेल्जियम के तीनों प्रयास सफल रहे।
