भारतीय हॉकी टीम FIH हॉकी विश्व कप में अपना आखिरी ग्रुप जीतने के बावजूद क्वार्टर-फाइनल में सीधे पहुंचने से चूक गई। टीम ने वेल्स को 4-2 से मात दी और ग्रुप स्टेज में दूसरी जीत हासिल की। लेकिन भारत के मुकाबले से ठीक पहले इसी ग्रुप में इंग्लैंड ने स्पेन पर 4-0 से बड़ी जीत हासिल की और ग्रुप डी में टॉप करते हुए क्वार्टर-फाइनल में प्रवेश किया।
भारत के लिए वेल्स के खिलाफ आकाशदीप सिंह ने 2 गोल किए जबकि शमशेर सिंह और कप्तान हरमनप्रीत ने 1-1 गोल दागा। तीसरे क्वार्टर तक दोनों टीमें 2-2 की बराबरी पर थीं, लेकिन चौथे क्वार्टर में भारत ने दो गोल दाग जीत हासिल की। जीत के बावजूद भारत को ग्रुप डी से इंग्लैंड को क्वार्टरफाइनल में जाने का मौका मिला है। इसका मतलब यह है कि भारतीय टीम और स्पेन को क्वार्टरफाइनल में पहुंचने के लिए क्रॉसओवर में खेलना होगा। टूर्नामेंट में भाग ले रही 16 टीमों को 4-4 के चार ग्रुप में बांटा गया था। हर ग्रुप में पहले स्थान पर रहने वाली टीमें सीधे क्वार्टर-फाइनल में पहुंचेंगी।
इसके बाद बचे हुए 4 स्थानों के लिए क्रॉसओवर मुकाबले होंगे। इन मुकाबलों में वह टीमें भाग लेंगी जो हर ग्रुप में दूसरे और तीसरे स्थान पर रहेंगी। भारत का सामना क्रॉसओवर में 22 जनवरी के दिन न्यूजीलैंड से होगा। न्यूजीलैंड की टीम पूल सी में तीसरे स्थान पर रही है।
बड़ी जीत के साथ नीदरलैंड्स अंतिम-8 में
ग्रुप सी से नीदरलैंड्स ने भी क्वार्टर-फाइनल में प्रवेश कर लिया है। तीन बार की विश्व चैंपियन डच टीम ने ग्रुप सी के अपने आखिरी मैच में चिली के खिलाफ 14-0 से बेहद बड़ी जीत हासिल की। यह विश्व कप इतिहास की सबसे बड़ी जीत है। नीदरलैंड्स के लिए जिप जैंसन ने चार गोल किये और थिएरी ब्रिंकमैन ने हैट्रिक लगाई जबकि 6 अन्य खिलाड़ियों ने भी गोल दागे।
ग्रुप के एक अन्य मैच में मलेशिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-2 से जीत हासिल की। ग्रुप सी में अपने तीनों मैच जीत नीदरलैंड्स ने पूरे 9 अंक कमाए और पहला स्थान हासिल किया। मलेशिया और न्यूजीलैंड की टीमें क्रॉसओवर मुकाबलों में खेलते हुए क्वार्टर-फाइनल तक जाने का प्रयास करेंगी। चिली की टीम लगातार तीसरी हार के साथ टूर्नामेंट के नॉकआउट दौर में पहुंचने में असफल रही है।
