13 जनवरी से ओडिशा में 15वें FIH पुरुष हॉकी विश्व कप के मुकाबले शुरु होंगे। आधिकारिक तौर पर प्रतियोगिता का शुभारंभ शानदार ओपनिंग के साथ हो चुका है और अब से कुछ घंटों बाद 16 टॉप टीमों के खिलाड़ी विश्व चैंपियन बनने की कोशिश में आपस में भिड़ेंगे। भारत ने अपना इकलौता विश्व कप साल 1975 में जीता था और अब टोक्यो ओलंपिक 2021 की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट टीम इंडिया 48 सालों के इंतजार के बाद देश को विश्व कप दोबारा दिलाने का प्रयास करने वाली है।

हॉकी इंडिया ने दिसंबर 2022 में 18 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा की थी। इस बार हरमनप्रीत सिंह को मनप्रीत सिंह की जगह टीम की कप्तानी दी गई है। हरमनप्रीत हाल ही में हुए ऑस्ट्रेलियाई दौरे में भी टीम के कप्तान थे। टीम में अमित रोहिदास उप-कप्तान की भूमिका निभाएंगे। मनप्रीत सिंह मिडफील्ड पर कमान संभालने का काम करेंगे।
वहीं फॉरवर्ड अटैक में मनदीप सिंह और ललित कुमार उपाध्याय के अनुभव को अभिषेक और सुखजीत सिंह जैसे युवा खिलाड़ियों का साथ मिलेगा। गोलकीपिंग में पीआर श्रीजेश अपने चौथे विश्व कप में खेलते हुए कमाल करने का पूरा दम रखते हैं। उनके साथ ही कृष्ण बहादुर पाठक को भी गोलकीपर में विकल्प के रूप में रखा गया है।
भारतीय टीम -
- गोलकीपर - पीआर श्रीजेश, कृष्णा बहादुर पाठक
- डिफेंडर - जरमनप्रीत सिंह, सुरेंद्र कुमार, वरुण कुमार, नीलम संजीप, हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), अमित रोहिदास (उप-कप्तान)
- मिडफील्डर - मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, नीलकांता शर्मा, शमशेर सिंह, विवेक प्रसाद, आकाशदीप सिंह
- फॉरवर्ड - मनदीप सिंह, ललित उपाध्याय, अभिषेक, सुखजीत सिंह
राजकुमार पाल और जुगराज सिंह को टीम में बतौर विकल्प स्टैंडबाय पर रखा गया है।
48 सालों से अंतिम 4 में नहीं
भारतीय टीम इस बार प्रतियोगिता में ग्रुप डी में इंग्लैंड, वेल्स और स्पेन के साथ है। 13 जनवरी को स्पेन के खिलाफ भारत का पहला मुकाबला होगा। साल 1971 में हुए पहले हॉकी विश्व कप में भारत तीसरे नंबर पर रहा था। 1973 में हुए दूसरे विश्व कप में भारत फाइनल तक पहुंचा लेकिन तब नीदरलैंड्स के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 1975 में टीम इंडिया विश्व विजेता बनी। तब भारत ने पाकिस्तान को फाइनल में मात दी थी। लेकिन इसके बाद से ही भारत ने कभी भी सेमीफाइनल में स्थान नहीं बनाया।
2018 में हुए पिछले विश्व कप में भारत क्वार्टर-फाइनल में नीदरलैंड्स से हारकर बाहर हुआ जबकि 2014 में टीम इंडिया 9वें नंबर पर रही। लेकिन इस बार भारतीय टीम मजबूती के साथ खेलने को तैयार है। ऐसे में इस बार विश्व रैंकिंग में छठे नंबर पर मौजूद भारतीय टीम से फैंस को सेमीफाइनल और फिर फाइनल में पहुंचकर खिताब जीतने की उम्मीद है।
