Big Players Never Won PKL as Captain: प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) के इतिहास में अभी तक की सबसे सफल टीम पटना पाइरेट्स है, जिसने कुल 3 बार ट्रॉफी अपने नाम की है। हालांकि, पटना पाइरेट्स तीनों बार अलग-अलग कप्तानों के नेतृत्व में यह उपलब्धि दर्ज करने में सफल रही है। इस दौरान Pro Kabaddi League के इतिहास में कई ऐसे दिग्गज खिलाड़ियों का नाम भी शामिल है, जिन्होंने बतौर कप्तान एक बार भी PKL का खिताब नहीं जीता है। इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही 3 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं।
Pro Kabaddi League में कौन से दिग्गज कप्तान नहीं बन पाए चैंपियन?
3. पवन सेहरावत (PKL 8 और PKL 10)
पवन सेहरावत Pro Kabaddi League इतिहास के तीसरे सबसे सफल रेडर हैं। इन्होंने 126 मैचों में कुल 1189 रेड पॉइंट्स हासिल किए हैं। हालांकि, बतौर कप्तान वह अभी तक खिताबी जीत हासिल करने में सफल नहीं रहे हैं। पवन ने लीग में दो बार बेंगलुरु बुल्स (PKL 8) और तेलुगु टाइटंस (PKL 10) की कप्तानी की है। 8वें सीजन में बेंगलुरु बुल्स को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, PKL 10 में तेलुगु टाइटंस महज 2 मैच जीतते हुए पॉइंट्स टेबल में आखिरी स्थान पर रही थी।
2. दीपक निवास हूडा
दीपक निवास हूडा ने अपने PKL करियर में 157 मैच खेलते हुए कुल 1020 रेड पॉइंट्स हासिल किए हैं। दीपक ने Pro Kabaddi League के 5वें सीजन में पुनेरी पलटन की कप्तानी करने के अलावा PKL 6, 7 और 8 में लगातार तीन बार जयपुर पिंक पैंथर्स की कमान भी संभाली थी। हालांकि, इस दौरान दीपक हूडा एक बार भी बतौर कप्तान PKL का खिताब नहीं जीत पाए। PKL 5 में पुनेरी पलटन एलिमिनेटर से बाहर हो गई थी तथा इस दौरान जयपुर एक बार भी प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाई।
1. फज़ल अत्राचली
PKL इतिहास के सबसे सफल डिफेंडर फज़ल अत्राचली (169 मैचों में 486 टैकल पॉइंट्स) लीग के 5वें सीजन से लेकर PKL 10 तक किसी न किसी टीम की कप्तानी करते देखे गए हैं। हालांकि, इस दौरान उनकी कप्तानी में किसी भी टीम ने अभी तक PKL का खिताब नहीं जीता है। फज़ल अत्राचली को गुजरात जायंट्स, यू मुम्बा तथा पुनेरी पलटन की कप्तानी करते देखा गया है। इस दौरान वो फाइनल खेले हैं, लेकिन चैंपियन नहीं बन पाए हैं। इस सीजन देखना होगा कि वो इतिहास को बदल पाते हैं या नहीं।