कॉनर मैक्ग्रेगर के बारे में 8 बड़ी बातें जो आप नहीं जानते

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कॉनर मैक्ग्रेगर एक ऐसे फाइटर हैं जो हर वर्ग के लोगों के बीच काफी मशहूर हैं। अगर आप उनके ट्विटर पेज को देखें तो पता चलेगा कि वो कितने पॉपुलर हैं। चाहे वो ऑक्टागन के बाहर हों या अंदर वो हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। अगर आप यूएफसी को फॉलो करें तो पता चलेगा कि उनको फाइट करते हुए देखना कितना अच्छा लगता है।

कॉनर मैक्ग्रेगर के बारे में कुछ ऐसी बातें जानने की कोशिश करते हैं, जिनके बारे में आपने कभी नहीं सुना होगा।

मैक्ग्रेगर के आदर्श

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सबसे पहली चीज जो आपको मैक्ग्रेगर के बारे में पता होनी चाहिए वो है, उनके आदर्श और बिना किसी शक के उनके आदर्श मुहम्मद अली हैं। मुहम्मद अली के बारे एक चीज मशहूर थी कि वो सामने वाले के साथ जबरदस्त माइंड गेम खेलते थे और उसी से वो आधी फाइट जीत लेते थे, और उसका प्रभाव मैक्ग्रेगर के ऊपर दिखता है।

मैक्ग्रेगर का स्टाइल काफी कुछ मुहम्मद अली से मिलता है। मैक्ग्रेगर ने खुद कहा है कि उनके आदर्श अली हैं फिर भी वो अन्य फाइटरों की तरह खुद की एक नई पहचान बनाना चाहते हैं।

सबसे तेजी से टाइटल जीतने का रिकॉर्ड

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टाइटल फाइट बहुत ही थकाने वाली होती है। नॉर्मल फाइट की तुलना में इसमें फाइटर ज्यादा देर तक बचाव करते हैं। मैक्ग्रेगर के पास सबसे तेज टाइटल फाइट जीतने का रिकॉर्ड है, और सबसे खास बात ये है कि फाइट केवल 13 सेकेंड ही चली।

12 दिसंबर 2015 को मैक्ग्रेगर ने यूएफसी के फैदरवेट चैंपियन होज़े एल्डो से मुकाबला किया। होज़े एल्डो उस समय 10 साल से कोई फाइट नहीं हारे थे, लेकिन अपने शानदार पंच से मैक्ग्रेगर ने एल्डो को मात्र 13 सेकेंड में ही चित्त कर फैदरवेट चैंपियन बन गए।

टैटू

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अन्य फाइटरों की तरह मैक्ग्रेगर को भी टैटू का शौक है। शुरुआत में उन्होंने अपनी गर्दन पर एक छोटा सा टैटू गुदवाया। यूएफसी में डेब्यू करने के साथ ही उन्होंने अपना लुक काफी चेंज किया।

इस समय उनके शरीर पर 6 टैटू हैं, और किसी भी मायने में वो छोटे नहीं हैं | टैटू के लिए उनका प्यार उनके लेटेस्ट एडिशन में दिखता है, जिसमें उन्होंने अपने नाम का पेट पर टाइगर टैटू गुदवाया है, और उनके सीने का टैटू देखने लायक है।

हाईस्कूल में उन्हें काफी परेशान किया गया था

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साइज में छोटे होने के कारण मैक्ग्रेगर को हाइस्कूल में काफी तंग किया गया था, वो उनके लिए एक भयानक अनुभव था। अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उन्हें हाईस्कूल के दौरान काफी डराया-धमकाया गया था, और यहां तक कहा जाने लगा था कि उनका चेहरा ऐसा था कि बच्चे उन्हें ही परेशान करते थे।

उन्हीं अनुभवों के कारण मैक्ग्रेगर ने मार्शल आर्ट्स सीखा, एमएमए फाइटर बनने से पहले वो एक बॉक्सर थे।

मैक्ग्रेगर ने लगभग दूसरे करियर को चुन लिया था

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ये देखते हुए कि मैक्ग्रेगर इस वक्त कितने मशहूर हैं, इस बात पर यकीन ही नहीं होता कि उन्होंने लगभग दूसरा करियर चुन लिया था। बहुत सारे फाइटरों के जीवन में ऐसा कठिन समय आया, जब उन्हें लगा कि फाइटिंग छोड़कर उन्हें दूसरा रास्ता अपना लेना चाहिए।

मैक्ग्रेगर को करियर के शुरुआती दिनों में ही ऐसे मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा। लाइटवेट कैटगरी में डेब्य़ू के साथ ही उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन अपने अगले मैच मेॆ मैक्ग्रेगर ने स्टीफन बेली को हराया।

स्टीफन बेली के साथ फाइट के बाद मैक्ग्रेगर ने दूसरा करियर चुनने के बारे में सोंचा, लेकिन उनकी मां ने उनकी काबिलियत को पहचाना और उनके कोच जॉन केवनॉग से संपर्क किया और मैक्ग्रेगर को मिक्सड मार्शल आर्ट में करियर बनाने के लिए राजी किया। लेकिन शुक्र मनाइए कि मैक्ग्रेगर का MMA प्रेम दोबारा जाग उठा और आज हमारे पास एक शानदार फाइटर है।

4 सेकेंड में नॉकआउट

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हमने पहले आपको बताया था कि मैक्ग्रेगर ने करियर में एक विरोधी को सिर्फ 4 सेकेंड में चित कर दिया था। इम्मॉर्टल फाइटिंग चैंपियनशिप 4 में एक फाइट के दौरान मैक्ग्रेगर ने अपने विरोधी पैडी डोहर्टी को मात्र 4 सेकेंड में ही पस्त कर दिया, दर्शकों में उस वक्त एक सन्नाटा पसर गया।

इस जीत ने लगभग उन्हें कभी ना भूल पाने वाला फाइटर बना दिया और सबसे बड़ी बात ये रही कि ये जीत मात्र 4 सेकेंड में ही मिली। उस जीत के बाद उनके पंच काफी मशहूर हो गए।

मैक्ग्रेगर एक पलंबर भी थे

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बहुत सारी सफल कहानियों में एक बात कॉमन होती है कि वो सभी धीरे-धीरे संघर्ष करके आगे बढ़ते हैं। कुछ ऐसी ही कहानी मैक्ग्रेगर की भी है। सभी यूरोपियन बच्चों की तरह उन्होंने भी फुटबॉलर बनने का सपना देखा था, लेकिन स्कूल में हुई 'बुलिंग' ने उनकी जिंदगी को एक नया मोड़ दे दिया और जल्द ही वो एक बॉक्सर बन गए।

मैक्ग्रेगर के बारे में सबसे मजेदार बात जो है कि वो कभी एक पलंबर थे। बॉक्सिंग छोड़ने और MMA में जाने से पहले उन्होंने कुछ दिनों तक पलंबर का काम भी किया था।

MMA में करियर शुरु करने के बाद उन्होंने अपने पिता के विरोध के बावजूद गेम पर फोकस करने के लिए पलंबिंग का काम छोड़ दिया। कोई उनके बारे में ये नहीं कह सकता कि उन्हें आसानी से सबकुछ मिल गया, अपनी मेहनत के दम पर उन्होंने अपना मुकाम बनाया।

मैक्ग्रेगर कभी नॉकआउट नहीं हुए

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एक स्ट्राइकर होने की वजह से मैक्ग्रेगर ने कई फाइटरों को नॉकआउट किया, लेकिन क्या आपको पता है कि अपने MMA करियर में वो कभी खुद नॉकआउट नहीं हुए। मैक्ग्रेगर अपने MMA करियर में 3 बार हारे, और वो सभी हार उन्हें सबमिशन द्वारा मिली।

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