फ्रेंच ओपन में खेल पाएंगे नोवाक जोकोविच, आयोजकों ने कहा - 'कोई रुकावट नहीं' 

जोकोविच ने पिछले साल स्टेफानोस सितसिपास को हराते हुए फ्रेंच ओपन जीता था।
जोकोविच ने पिछले साल स्टेफानोस सितसिपास को हराते हुए फ्रेंच ओपन जीता था।

गत विजेता नोवाक जोकोविच इस साल फ्रेंच ओपन ग्रैंड स्लैम में अपने खिताब को बचाने उतर पाएंगे। फ्रेंच ओपन टूर्नामेंट आयोजकों की ओर से हुई विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसे लेकर बयान दिया गया। साल के दूसरे ग्रैंड स्लैम में सर्बिया के जोकोविच के भाग लेने को लेकर लगातार अटकलें लगाई जा रही हैं, ऐसे में टूर्नामेंट आयोजकों की ओर से जोकोविच के खेलने को लेकर हरी झण्डी दी गई है। टूर्नामेंट की डायरेक्टर एमिली मोरेस्मो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जोकोविच पर सवाल पूछे जाने पर कहा कि फिलहाल फ्रेंच ओपन और जोकोविच के बीच कोई रुकावट नहीं है।

फ्रांस ने उठाए प्रतिबंध

फ्रांसीसी सरकार ने हाल ही में कोविड-19 पाबंदियों को लेकर काफी शिथिलता बरती है। सोमवार को फ्रांस के अधिकतर सार्वजनिक इलाकों में से कोविड पाबंदियां हटाई गईं और फिलहाल अस्पताल, सार्वजनिक यातायात, आदि पूरी क्षमता से चलने शुरु हो गए हैं। देश में फिलहाल स्टेडियम में एंट्री पर कोविड वैक्सीनेशन का प्रमाण दिखाना भी जरूरी नहीं रह गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि जोकोविच 22 मई से शुरु होने वाले टूर्नामेंट में भाग ले पाएंगे बशर्ते तब तक कोविड-19 से संबंधित कोई नए हालात सामने न आएं।

जोकोविच कुल 20 सिंगल्स ग्रैंड स्लैम जीत चुके हैं।
जोकोविच कुल 20 सिंगल्स ग्रैंड स्लैम जीत चुके हैं।

जोकोविच ने पिछले साल ही साफ कर दिया था कि वो कोविड-19 वैक्सीनेशन करवाने और उसका स्टेटस उजागर करने के पक्ष में नहीं हैं। इसके बाद साल के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन में आयोजकों ने उन्हें बुलाया जरूर लेकिन देश की सरकार इसके खिलाफ थी। यही वजह है कि मेलबर्न एयरपोर्ट में पहुंचने वाले जोकोविच को सरकार ने डिटेंशन में रख दिया और आखिरकार उन्हें डिपोर्ट भी कर दिया। इसके बाद जोकोविच ने दुबई ओपन में भाग लिया जहां क्वार्टर-फाइनल में हारकर वो अपनी नंबर 1 की विश्व रैंकिंग गंवा बैठे और मेदवेदव नंबर 1 बन गए।

इसके बाद अमेरिका में हो रहे इंडियन वेल्स मास्टर्स में आयोजकों ने उनका नाम ड्रॉ में डाल दिया, हालांकि अमेरिकी स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के मुताबिक बिना वैक्सीनेशन जोकोविच को देश में एंट्री की मनाही थी। ऐसे में जोकोविच ने इंडियन वेल्स और मायामी ओपन, दोनों से नाम वापस लिया। इंडियन वेल्स के दौरान मेदवेदेव तीसरे दौर में हारे और अब जोकोविच फिर दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी बन जाएंगे। अब फ्रेंच ओपन में एंट्री को लेकर हरी झण्डी मिलने के बाद फैंस ने नडाल बनाम नोवाक की बहस भी शुरु कर दी है। पिछले साल जोकोविच ने फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में 13 बार के रिकॉर्ड फ्रेंच ओपन चैंपियन राफेल नडाल को मात दी थी।

इस पूरे घटनाक्रम के बीच फ्रेंच ओपन आयोजकों ने बेहद कॉन्फिडेंस के साथ साफतौर पर यह कहा है कि जोकोविच के लिए रोलैंड-गैरों की लाल बजरी पर खेलने में फिलहाल कोई रुकावट नहीं है। जोकोविच के फैंस इससे काफी खुश हैं। 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता जोकोविच ने पिछले साल ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रैंच ओपन और विम्बल्डन जीता था जबकि यूएस ओपन के फाइनल में मेदवेदेव से हारे थे। फैंस अब चाहते हैं कि जोकोविच को फ्रेंच ओपन में अपना खिताब बचाने का मौका मिले। फिलहाल इस मामले में जोकोविच की टीम की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

Edited by Prashant Kumar
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