कनाडा ने पुरुष टीम टेनिस की सबसे बड़ी प्रतियोगिता डेविस कप का खिताब जीत लिया है। स्पेन के मलागा में खेले गए फाइनल में कनाडाई टीम ने ऑस्ट्रेलिया को बेस्ट ऑफ थ्री के मुकाबले में 2-0 से हराया और पहली बार इस प्रतिष्ठित ट्रॉफी को हासिल किया।
दूसरी बार फाइनल खेल रहे कनाडा को पहले सिंगल्स मुकाबले में डेनिस शापोवालोव ने जीत दिलाई। डेनिस ने ऑस्ट्रेलिया के थनासी कोक्किनाकिस को पहले सिंगल्स मुकाबले में 6-2, 6-4 से मात दी। इसके बाद दूसरे सिंगल्स मैच में विश्व नंबर 6 फीलिक्स ऑगर-अलियासिमे ने ऑस्ट्रेलिया के ऐलेक्स डि मिनोर को 6-3, 6-4 से हराया और कनाडा को ऐतिहासिक जीत दिला दी।
कनाडा ने इससे पहले साल 2019 में फाइनल में प्रवेश किया था लेकिन उस साल स्पेन ने उन्हें हराकर डेविस कप हासिल किया। वहीं ऑस्ट्रेलिया 1900 से कुल 28 बार टूर्नामेंट जीत चुका है लेकिन 2003 में आखिरी बार चैंपियन बनने वाली ऑस्ट्रेलिया ने इस बार कुल 19 साल बाद फाइनल में जगह बनाई थी।
क्या है इतिहास ?
साल 1900 में ब्रिटेन और अमेरिकी टेनिस खिलाड़ियों के आपस में मुकाबले करवाने के मकसद से प्रतियोगिता शुरु की गई। साल 1905 में बेल्जियम, ऑस्ट्रिया, फ्रांस और ऑस्ट्रेलेशिया (ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीमें साथ) की टीमें भी इस टूर्नामेंट का हिस्सा बन गईं। साल 1923 से अमेरिका और यूरोप के दो जोन बनाए गए, जिनके विजेता आपस में भिड़ते थे। ऐसे ही समय के साथ जोन लगातार बढ़ते रहे।
साल 1974 में भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमों ने सभी को हैरान कर फाइनल में जगह बनाई। पहली बार अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस या ऑस्ट्रेलिया में से कोई भी फाइनल में नहीं था। हालांकि तब भारत को यह खिताब नहीं मिल पाया क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी रंगभेद नीति के विरोध में भारतीय दल ने वहां जाने से मना कर दिया। भारतीय टीम 1966 और 1984 में भी उपविजेता रही।