इस साल फ्रेंच ओपन कोरोना वायरस महामारी के कारण एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया है और अब इसकी शुरूआत 30 मई को होगी। फ्रेंच टेनिस संघ (एफएफटी) ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। क्लेकोर्ट ग्रैंड स्लैम पिछले साल चार महीने स्थगित हुआ था और फिर सीमित दर्शकों के बीच इसका आयोजन हुआ था। इस साल 13 जून को फ्रेंच ओपन का फाइनल आयोजित होने की उम्मीद है ताकि दो सप्ताह बाद विबंलडन की शुरूआत हो सके।
फ्रेंच ओपन के स्थगित होने का प्रभाव एटीपी और डब्ल्यूटीए कैलेंडर पर पड़ेगा, विशेषकर ग्रासकोर्ट सीजन पर, जहां टूर्नामेंट की शुरूआत 7 जून को हर्टोजेनबोश (डब्ल्यूटीए और एटीपी), स्टुटगार्ट (एटीपी) और नॉटिंघम (डब्ल्यूटीए) से होगी।
फ्रेंच ओपन स्थगित होने का फायदा
एफएफटी अध्यक्ष जाइल्स मोर्टन ने कहा कि जन अधिकारियों, अंतरराष्ट्रीय टेनिस की शासकीय ईकाई और इसके पार्टनर व प्रसारणकर्ताओं से सलाह-मश्विरा करने के बाद यह फैसला लिया गया है। एसी उम्मीद की जा रही है कि एक सप्ताह टूर्नामेंट आगे बढ़ाने से उम्मीद है कि पिछले साल की तुलना में इस साल ज्यादा फैंस ग्राउंड पर आएंगे। रौलां गैरां में प्रत्येक दिन 1,000 लोगों को आने की अनुमति थी।
मोर्टन ने आगे कहा, 'इससे अपना स्वास्थ्य सुधारने का ज्यादा सम मिला और रौलां गैरां पर दर्शकों का स्वागत करने के अवसर पर गौर भी किया। फैंस, खिलाड़ी और माहौल, हमारे टूर्नामेंट के लिए दर्शकों की मौजूदगी महत्वपूर्ण है। बारिश के सबसे महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय खेल इवेंट हैं। एफएफटी की पिछले साल जमकर आलोचना हुई थी। एफएफटीम ने बिना एलीट पुरुषों और महिला एथलीटों से सलाह-मश्विरा नहीं करने के बाद, जिसकी वजह से उन्हें लूप में रखा गया।
डब्ल्यूटीए और एटीपी ने संयुक्त बयान जारी करके कहा, 'डब्ल्यूटीए और एटीपी दोनों ने सलाह लेने के बाद फैसला किया है, रौलां गैरां फिलहाल स्थगित कर दें।' कोरोना वायरस नियंत्रण क लए देशव्यापी लॉकडाउन लगाया या