टेनिस की बहुप्रतिष्ठित इंडियन वेल्स मास्टर्स या इंडियन वेल्स ओपन प्रतियोगिता के मुख्य ड्रॉ में दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच को जगह मिली है। लेकिन जोकोविच BNP Paribas Open नाम से मशहूर इस टूर्नामेंट में खेल पाएंगे या नहीं इसपर अब भी संदेह बना हुआ है। कोविड वैक्सिनेशन न करवाने के पक्षधर जोकोविच को टूर्नामेंट खेलने के लिए अमेरिका के कैलिफोर्निया में एंट्री मिलेगी या नहीं, यह अभी साफ नहीं हो पाया है। आयोजकों के मुताबिक जोकोविच का प्रतियोगिता में भाग लेना इस बात पर निर्भर करेगा कि CDC यानि अमेरिका के Centre for Disease Control and Prevention की कोविड गाइडलाइन के आधार पर उन्हें देश के भीतर प्रवेश मिल पाता है या नहीं।
13 मार्च से शुरु हो रहे पुरुष सिंगल्स मुकाबलों में जोकोविच को पहले दौर में बाई दिया गया है। जोकोविच रिकॉर्ड 5 बार इस खिताब को जीत चुके हैं। उन्होंने साल 2008, 2011, 2014, 2015, 2016 में पुरुष एकल में यहां खिताबी जीत दर्ज की। फिलहाल एटीपी रैंकिंग में टॉप 100 में वो इकलौते खिलाड़ी हैं जिन्होंने कोविड वैक्सीनेशन नहीं करवाया है। जोकोविच साल के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन में भी कोविड वैक्सीनेशन न करवा पाने की वजह से नहीं खेल पाए थे। तब भी आयोजकों ने जोकोविच को बकायदा मेलबर्न में न्योता देकर बुलाया था और गत विजेता जोकोविच को मेन ड्रॉ में जगह भी मिली थी। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने देश आए जोकोविच को डिटेंशन सेंटर में डालते हुए उन्हें देश से बाहर डिपोर्ट कर दिया था। ऐसे में फैंस को डर है कि कहीं इंडियन वेल्स में भी ऑस्ट्रेलियन ओपन की कहानी न दोहराई जाए।
मजेदार बात ये है कि टूर्नामेंट के वेन्यू के बाहर एक विशेष दीवार पर उन खिलाड़ियों के कट आउट लगे हैं जो इस बार भाग नहीं ले पा रहे और उनके कट आउट के सामने We Miss You लिखा गया है। जोकोविच का कटआउट भी यहां लगाया गया है जबकि उन्हें ड्रॉ में एंट्री दी गई है।
जोकोविच कुछ हफ्तों पहले बीबीसी को दिए इंटर्व्यू में साफ कर चुके हैं कि वो कोविड वैक्सीन नहीं लगवाएंगे क्योंकि अपने शरीर के साथ क्या करना है और क्या नहीं, यह उनका निजी फैसला होना चाहिए। 20 सिंगल्स ग्रैंड स्लैम जीत चुके जोकोविच फ्रेंच ओपन, विम्बल्डन के डिफेंडिंग चैंपियन हैं लेकिन उन्होंने यह तक कह दिया था कि वो ग्रैंड स्लैम टाइटल गंवाना मंजूर करेंगे बजाय इसके कि अपनी मर्जी के विरुद्ध उन्हें वैक्सीन लगवानी पड़े। ऐसे में इंडियन वेल्स में जोकोविच की एंट्री हो पाती है या नहीं, ये जानने के लिए फैंस को और खुद जोकोविच को कुछ दिन का इंतजार करना पड़ सकता है। आखिरी बार जोकोविच ने साल 2019 में इंडियन वेल्स में भाग लिया था जहां वो तीसरे दौर में हारकर बाहर हो गए थे।
हार्डकोर्ट पर खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट की तुलना चारों ग्रैंड स्लैम के स्तर से की जाती है और इसे कई बार पांचवां ग्रैंड स्लैम भी कहा जाता है। ऐसे में टूर्नामेंट के मायने सभी खिलाड़ियों को पता है और टॉप खिलाड़ी इसमें भाग लेने का कोई मौका नहीं छोड़ते। विश्व नंबर डेनिल मेदवेदेव, हाल ही में 21वां रिकॉर्ड ग्रैंड स्लैम जीतने वाले राफेल नडाल समेत कई दिग्गज इस टूर्नामेंट में भाग ले रहे हैं।