हारते-हारते मैच की बाजी कैसे पलटी जाती है ये राफेल नडाल से बेहतर कोई नहीं बता सकता। पूर्व विश्व नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी और 22 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता नडाल ने विम्बल्डन पुरुष सिंगल्स के सेमीफाइनल में जगह बना ली है।
दूसरी सीड नडाल ने 11वीं वरीयता प्राप्त अमेरिका के टेलर फ्रिट्ज के खिलाफ हारता हुआ मैच जीतकर 8वीं बार टूर्नामेंट के अंतिम 4 में जगह बनाई है। नडाल ने 4 घंटे से ऊपर चले मैच में फ्रिट्ज के खिलाफ 3-6, 7-5, 3-6, 7-5, 7-6 (10-4) से जीत दर्ज की। नडाल कई मौकों पर मैच हारने से एक या दो गेम दूर थे, लेकिन जिस अंदाज में 36 साल के इस स्पेनिश खिलाड़ी ने वापसी कर फ्रिट्ज के हाथों से जीत छीनी, उसे देख हर कोई नडाल के स्टेमिना और खेलने के तरीके का कायल हो गया।
फ्रिट्ज ने नडाल के खिलाफ पहले गेम से ही दबदबा बनाए रखा। पहला सेट 6-3 से जीतने के बाद दूसरे सेट में नडाल ने मुश्किल से जीत दर्ज की। टेलर ने तीसरा सेट भी आसानी से जीता। चौथे सेट में एक समय स्कोर 4-4 हो गया था और लग रहा था कि फ्रिट्ज इसी सेट में नडाल को हराकर बाहर कर देंगे, लेकिन 'Comeback King' नडाल ने सर्विस ब्रेक कर फ्रिट्ज से सेट छीन लिया। पांचवे सेट में नडाल सेट में फ्रिट्ज ने कई अन्फोर्स्ड एरर किए और इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। नडाल सेट को टाईब्रेक में ले गए और यहां फ्रिट्ज के पास कोई मौका नहीं रहा। खास बात ये है कि इसी साल मार्च में इंडियन वेल्स के फाइनल में फ्रिट्ज ने नडाल को हराया था और ऐसे में फैंस को काफी हद तक भरोसा हो गया था कि फ्रिट्ज विम्बल्डन क्वार्टरफाइनल में नडाल को हराकर बड़ा उलटफेर कर देंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
नडाल साल 2008 और 2010 में विम्बल्डन का खिताब जीत चुके हैं। इसके अलावा 2006, 2007 और 2011 में वो उपविजेता रहे तो 2018 और 2019 में सेमीफाइनल में हारे थे। साल 2019 के बाद अब नडाल ने विम्ब्लडन में भाग लिया है। सेमीफाइनल में नडाल का सामना ऑस्ट्रेलिया के निक किर्गियोस से होगा।