गांव के खिलाड़ियों से प्रेरणा लेकर वेटलिफ्टर बने लवप्रीत सिंह, CWG 2022 में जीता मेडल 

अपने पहले कॉमनवेल्थ मेडल के साथ वेटलिफ्टर लवप्रीत सिंह।
अपने पहले कॉमनवेल्थ मेडल के साथ वेटलिफ्टर लवप्रीत सिंह।

24 साल के वेटलिफ्टर लवप्रीत सिंह ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ खेलों में देश को उसका 9वां वेटलिफ्टिंग मेडल दिलाने में कामयाबी हासिल की है। लवप्रीत ने पुरुषों की 109 किलोग्राम वेट कैटेगरी में कुल 355 किलो का भार उठाया और कांस्य पदक अपने नाम किया। अपने करियर के अब तक के सबसे बड़े कॉम्पिटिशन में भाग ले रहे लवप्रीत ने सालों की मेहनत के बाद इस मुकाम को हासिल किया है।

लवप्रीत अपने गांव के दो वेटलिफ्टर हीरा सिंह और रुपिंदर सिंह से बचपन से ही काफी प्रभावित थे। दोनों सीआरपीएफ में तैनात हैं और उसी के लिए खेलते भी हैं। ऐसे में लवप्रीत ने भी वेटलिफ्टिंग को करियर बनाने की ठानी। पंजाब के रहने वाले लवप्रीत ने 13 साल की उम्र में वेटलिफ्टिंग शुरु की। 7 सालों तक लवप्रीत हर प्रतियोगिता में छाप छोड़ने की कोशिश करते रहे और साल 2017 में आखिरकार उन्हें राष्ट्रीय कैम्प में जगह मिली।

2017 में लवप्रीत ने एशियन जूनियर चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की। इसी साल लवप्रीत कॉमनवेल्थ जूनियर चैंपियन भी बने। नेशनल कैम्प में चीफ कोच विजय शर्मा की देखरेख में लवप्रीत को काफी सपोर्ट मिला और उनकी लिफ्टिंग बेहतर हुई। साल 2021 में लवप्रीत कॉमनवेल्थ सीनियर चैंपियनशिप में दूसरे स्थान पर रहे थे। पिछले दो सालों लवप्रीत ने कॉमनवेल्थ खेलों को लक्ष्य बनाकर तैयारी जारी रखी।

भारतीय नौसेना में पैटी ऑफिसर के रूप में तैनात लवप्रीत ने बर्मिंघम खेलों में 355 किलोग्राम का कुल वजन उठाकर अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले उन्होंने 350 किलो का भार उठाया था। जीत के बाद लवप्रीत ने बताया कि उन्हें ब्रॉन्ज जीतने के बाद भी काफी खुशी है क्योंकि इतने सालों से वो एक मजबूत पहचान बनाने का प्रयास कर रहे थे जिसका फल कॉमनवेल्थ खेलों के जरिए उन्हें मिला है। लवप्रीत की जीत पर देशभर से उन्हें बधाई मिल रही है।

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