अपने जन्मदिन पर रेसलर अंशू मलिक ने कॉमनवेल्थ गेम्स मेडल जीत दिया देश को तोहफा

अंशु ने अपने पहले ही कॉमनवेल्थ खेलों में सिल्वर मेडल हासिल किया है
अंशु ने अपने पहले ही कॉमनवेल्थ खेलों में सिल्वर मेडल हासिल किया है

भारत की रेसलर अंशु मलिक 5 अगस्त 2022 को 21 साल की हो गईं, लेकिन इस दिन इस युवा रेसलर ने गिफ्ट लेने की बजाय देशवासियों को कॉमनवेल्थ मेडल के रूप में गिफ्ट दिया है। अंशू ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ खेलों में महिलाओं के 57 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर मेडल प्राप्त कर पहले ही कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार उपलब्धि हासिल की।

हरियाणा के जिंद की रहने वाली अंशू ने फाइनल बाउट में नाइजीरिया की ओदुनायो अदेकुओरेयो को कड़ी टक्कर दी, लेकिन गोल्ड से चूक गईं। फिर भी महज 21 साल की उम्र में बेहतरीन खेल दिखाने वाली अंशु का आज पूरा देश मुरीद हो गया है। अंशु खुद एक ऐसे परिवार से आती हैं जिसके खून में कुश्ती दौड़ती है। उनके पिता धर्मवीर मलिक अंतरराष्ट्रीय स्तर के रेसलर रह चुके हैं। अंशु ने पिता को देखकर कुश्ती की दुनिया में कदम रखने की ठानी।

दादा के साथ जाती थीं ट्रेनिंग में

अंशु पढ़ाई में काफी अच्छी थीं, और घरवाले चाहते थे कि वो डॉक्टर बने। लेकिन अंशु का मन कुश्ती में था तो एक दिन मां से ये बात साझा की। मां ने अंशु के पिता को बताया और परिवार ने हामी भर दी। 13 साल की उम्र में अंशु ने रेसलर बनने के इरादे से अखाड़े में जाना शुरु कर दिया। उनके दादा भी रेसलर रह चुके हैं, ऐसे में शुरुआती दिनों में अंशु उन्हीं के साथ ट्रेनिंग करने जाती थीं। अंशु के छोटे भाई शुभम भी पहलवान बनने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन जब पिता ने देखा कि बेटी में कुश्ती के दांव-पेंच लगाने का अद्भुत टैलेंट है, तो उन्होंने बेटी पर ज्यादा ध्यान लगाया।

ट्रेनिंग शुरु करने के कुछ ही सालों बाद अंशु अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपना दम दिखाने लगीं। 2016 में एशियन कैडेट चैंपियनशिप में अंशु ने सिल्वर मेडल हासिल किया और इसी साल विश्व कैडेट चैंपियनशिप में अंशु ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बनीं। 2018 तक अंशु इन प्रतियोगिताओं में लगातार मेडल लाती रहीं। 2018 में ही अंशु ने विश्व जूनयिर चैंपियनशिप का ब्रॉन्ज अपने नाम किया। 2019 में अंशु एशियन जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड लेकर आईं।

साल 2020 में अंशु ने सीनियर एशियन चैंपियनशिप का ब्रॉन्ज जीता और फिर कुश्ती विश्व कप में सिल्वर मेडल हासिल किया। अंशु ने 2021 की एशियन चैंपियनशिप में 57 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड जीता और इसी साल विश्व चैंपियनशिप में दूसरे नंबर पर रहीं। अंशु टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में कामयाब रहीं, हालांकि यहां मेडल जीतने में कामयाब नहीं हो पाईं। इस साल अंशु ने एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता और कॉमनवेल्थ खेलों के लिए अपनी दावेदारी मजबूत की।

साक्षी के मैच के लिए रोका इंटरव्यू

अंशु ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ खेलों में उम्मीद तो गोल्ड जीतने की की थी और फाइनल मैच हारने के बाद मैट पर ही उनके आंसू छलक पड़े। लेकिन इतनी कम उम्र में अंशु की ये उपलब्धि भी खास है। पोडियम पर मेडल मिलने के बाद अंशु ने जैसे ही मीडिया वालों के बीच कदम रखा तो इंटरव्यू देने से पहले निवेदन किया कि उन्हें साक्षी मलिक का फाइनल मैच देखने दिया जाए और उसके बाद सवाल पूछे जाएं। साक्षी ने महिलाओं की 62 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड जीता है।

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