कुछ महीनों पहले तक मंडे नाइट रॉ में अच्छे हील रैसलर्स कमी थी। हालांकि अब रॉ में काफी सारे शानदार हील रैसलर्स हैं। कर्ट एंगल के रॉ से जाने के बाद एक्टिंग जनरल मैनेजर कॉर्बिन ने अपने साथ हील रैसलर्स की टीम बना ली है। केविन ओवंस रॉ के सबसे बड़े हील रैसलर हैं जो इस समय चोटिल हैं।
रोमन रेंस के जाने बाद रॉ में सिर्फ कुछ फेस रैसलर्स ही बचे हैं। अब डीन एम्ब्रोज़ भी एक हील बन चुके हैं और सिर्फ सैथ रॉलिंस ही रॉ के सबसे बड़े फेस रैसलर बचे हैं।
रॉ में फेस रैसलर्स की कोई बड़ी टीम नहीं है जो कि हील रैसलर्स का सामना करने में मदद कर सके। लगातार रॉ के हील रैसलर्स मिलकर फेस रैसलर्स भर भरी पड़ते हुए नजर आ रहे हैं। आइए जानते हैं फेस रैसलर्स की 2 ऐसी टीम के बारे में जिन्हें मिलाने से रॉ के हील रैसलर्स का सामना आसानी से किया जा सकेगा।
#1 सैथ रॉलिंस और फिन बैलर
सैथ रॉलिंस इस समय डीन एम्ब्रोज़ के साथ दुश्मनी कर रहे हैं। वह रॉ के सबसे मशहूर फेस रैसलर्स में से एक हैं जिन्हें फैंस काफी पसंद करते हैं। एम्ब्रोज़ और रॉलिंस की दुश्मनी फैंस को काफी पसंद आ रही है।
रॉलिंस रिंग के अंदर काफी अच्छा काम करते हैं और इस कारण इन्हे फैंस भी काफी पसंद करते हैं। वहीं दूसरी तरफ फिन बैलर भी एक अच्छे रैसलर हैं। वह कंपनी के पहले यूनिवर्सल चैंपियन हैं। काफी समय से बैलर को अच्छे से बुक नहीं किया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद वह फैंस के पसंदीदा रैसलर बने हुए हैं। WWE इन दोनों की एक टीम बना देती है तो फैंस काफी खुश हो जाएंगे। इस टीम के होने से रॉ की हील टीम का सामना बड़ी ही आसानी से किया जा सकेगा।
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#2 ब्रॉन स्ट्रोमैन और लार्स सुलिवान
सर्वाइवर सीरीज के बाद वाली रॉ में कॉर्बिन, मैकइंटायर और लैश्ले मिलकर स्ट्रोमैन पर हमला करते हुए दिखे। हर फैन ने देखा था की स्ट्रोमैन को अकेले तीनों रैसलर्स का सामना करने में कितनी परेशानी हो रही थी। इस कारण स्ट्रोमैन उनका सामना नहीं कर पाए और अब वह चोटिल हैं।
अगर उस समय स्ट्रोमैन के पास उनका कोई साथी होता तो वो स्ट्रोमैन की हील रैसलर्स से लड़ने में मदद करता।
कंपनी ने अब यह घोषणा कर दी है कि NXT से रॉ में लार्स सुलिवान को लाया जा रहा है। लार्स NXT के एक शानदार रैसलर हैं और इनकी और स्ट्रोमैन की टीम बिना किसी शक के रॉ की सबसे ताक़तवर फेस टीम बन सकती है। दोनों रैसलर्स को मिलाने से हील रैसलर्स के लिए दिक्कतें बढ़ जाएंगी। अब देखना होगा कि कंपनी इन दोनों कि टीम बनती भी है या फिर नहीं।
लेखक- अली अकबर, अनुवादक- ईशान शर्मा