#2 ब्रॉक लैसनर की जीत एक गलत सन्देश दे सकती है
साल 2008 से WWE ने अपना ध्यान बड़ों से हटाकर बच्चों पर केंद्रित कर दिया। बच्चों के बीच "नेवर गिव अप" स्लोगन लोकप्रिय होने लगा। पिछले छह महीनों से रोमन रेंस और ब्रॉक लैसनर के बीच चल रहे फिउड में WWE ने कड़ी मेहनत करने वाले रैसलर की जगह पार्ट टाइमर रैसलर को बढ़ावा दिया है। इसके पीछे WWE का उद्देश्य ये था कि वो दिखाना चाहती थी कैसे "कड़ी मेहनत" और "दृढ़ निश्चय" किसी भी बाधा को पार कर सकती है।
एजे स्टाइल्स हार्ड वर्किंग चैंपियन रहे हैं और हर हफ्ते शो में दिखाई दिए हैं, वहीं ब्रॉक लैसनर शो में तब आते जब उनका आने का दिल करता। इसलिए इस मैच में एक बात साफ है, यहां पर ब्रॉक लैसनर की जीत दर्शकों के बीच गलत संदेश पहुंचाएगी।
दर्शकों के साथ साथ लॉकर रूम में भी ब्रॉक लैसनर की जीत गलत संदेश देगी। इससे उन्हें लगेगा कि आप साल भर कड़ी मेहनत करो लेकिन फिर भी आपको किसी UFC स्टार के नीचे रखा जाएगा।