शार्लेट (Charlotte), बैकी लिंच (Becky Lynch) और साशा बैंक्स (Sasha Banks) ने एक ही समय पर डब्लू डब्लू ई (WWE) मेन रोस्टर डेब्यू किया था। इन तीनों ने WWE में विमेंस रेवोल्यूशन की शुरुआत की और फैंस इस बात की मांग करने लगे थे कि महिला सुपरस्टार्स को भी मेंस सुपरस्टार्स के बराबर मौके दिए जाने चाहिए।
पिछले कुछ सालों में हमें विमेंस टैग टीम टाइटल, पहला विमेंस एवोल्यूशन पीपीवी और यहाँ तक कि रेसलमेनिया 35 को विमेंस सुपरस्टार्स ने हेडलाइन किया था। इन दिनों इस बात की मांग उठने लगी है कि WWE में विमेंस डिवीजन के लिए भी एक मिड-कार्ड टाइटल जरूर होना चाहिए।
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इसलिए इस आर्टिकल में हम ऐसे 3 कारण आपके सामने रख रहे हैं कि आखिर क्यों WWE में विमेंस डिवीजन को भी मिड-कार्ड टाइटल जरूर मिलना चाहिए।
WWE का विमेंस रोस्टर अब काफी बड़ा हो चुका है
पिछले कुछ सालों में WWE के विमेंस रोस्टर में भी कई नए नाम जुड़ते रहे हैं। रॉ, स्मैकडाउन और NXT को मिलाकर देखा जाए तो WWE में फिलहाल 40 से अधिक महिला रेसलर्स मौजूद हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सिंगल्स टाइटल्स पर निर्भर रहकर सभी महिला रेसलर्स को मौका नहीं दिया जा सकता।
संभावनाएं हैं कि आने वाले समय में WWE के विमेंस रोस्टर में और भी नए नामों को जोड़ा जा सकता है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा सुपरस्टार्स को चैंपियनशिप स्टोरीलाइंस का हिस्सा बनाने के लिए एक मिड-कार्ड टाइटल का होना जरूरी हो जाता है।
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अच्छी स्टोरीलाइंस शुरू हो सकेंगी
WWE रॉ और स्मैकडाउन में अलग-अलग टाइटल्स के आने के बाद काफी संख्या में शानदार स्टोरीलाइंस देखी गईं है। बैकी लिंच और शार्लेट की दुश्मनी, NXT टाइटल के लिए रिया रिप्ली और शायना बैज़लर के बीच स्टोरीलाइन भी शानदार रही।
हाल ही में ट्विटर पर #Naomideservesbetter ट्रेंड करने लगा था, जिसका स्पष्ट इशारा ये था कि WWE में महिला सुपरस्टार्स को मौके नहीं मिल पा रहे हैं। अगर कंपनी में कोई मिड-कार्ड टाइटल होता तो जरूर लेसी इवांस, नेओमी के अलावा अन्य सुपरस्टार्स को भी चैंपियनशिप स्टोरीलाइंस का हिस्सा बनने का मौका मिल सकेगा।
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फ्यूचर स्टार्स को तैयार किया जा सकेगा
WWE में ऐसा कई बार देखा गया है कि मेंस सुपरस्टार्स को वर्ल्ड या यूनिवर्सल टाइटल फ्यूड के लिए तैयार होने के लिए मिड-कार्ड टाइटल स्टोरीलाइंस से होकर गुजरना होता है।
मिड-कार्ड टाइटल्स पिछले काफी दशकों से WWE को फ्यूचर स्टार्स को तैयार करने में मदद करते आए हैं। तो क्यों ना विमेंस सुपरस्टार्स के लिए भी इसी तरह की रणनीति अपनाई जाए। शायना बैज़लर इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं, जिन्हें मेन रोस्टर में आने के बाद फैंस भूल चुके हैं।