जैसा कि हर साल होता आया है, रैसलमेनिया से अगली रॉ में कुछ न कुछ अलग करने का प्रयास किया जाता है। इस बार सबसे दिलचस्प सेगमेंट वह रहा जब कोफ़ी किंग्सटन और सैथ रॉलिंस आमने सामने आए और कोफ़ी किंग्सटन ने चैंपियनशिप बनाम चैंपियनशिप मैच की पेशकश की।
रैसलमेनिया की बात करें तो, इस पीपीवी की पूरी दुनिया ने सराहना की। क्योंकि WWE ने रैसलमेनिया 35 के मैच कार्ड को बेहतर बनाने के लिए बहुत मेहनत की थी।
सैथ रॉलिंस ने ब्रॉक लैसनर को पिन कर यूनिवर्सल चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया। साथ ही साथ कोफ़ी किंग्सटन को भी डैनियल ब्रायन पर बेहतरीन जीत हासिल हुई और वो अपने WWE करियर में पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बने।
आइये एक बार फिर उस सैगमेंट पर विचार करते हैं जब दो नए चैंपियन रैसलमेनिया से अगली रॉ में एक दूसरे के सामने आए। मेन इवेंट में ये दोनों एक दूसरे के खिलाफ रिंग में जरूर उतरे, लेकिन द बार के दखल के कारण मैच रद्द कर दिया गया।
इस आर्टिकल में हम ऐसे 4 कारणों पर चर्चा करने वाले हैं, जो बताते हैं कि कोफ़ी किंग्सटन और सैथ रॉलिंस के बीच जल्द ही चैंपियन बनाम चैंपियन मैच लड़ा जा सकता है।
4) सैथ रॉलिंस के वर्चस्व को कायम रखने के लिए
इस बात में कोई दो राय नहीं हैं कि द शील्ड के पतन के बाद से सैथ रॉलिंस WWE के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में से एक बन चुके हैं। रोमन रेंस की गैरमौजूदगी में सैथ रॉलिंस ने ही पूरे रॉ रोस्टर को अपने मजबूत कंधों पर संभाले रखा था।
मगर सैथ रॉलिंस को एक ऐसा मैच लड़े अरसा बीत चुका है, जिसके लिए उन्हें जाना जाता है। यदि सामने कोफ़ी किंग्सटन जैसा एथलीट हो, तो यह मैच संभव ही लाजवाब होगा।
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3) सैथ रॉलिंस के सामने ऐसा रैसलर होगा, जिसे लोग सबसे अधिक पसंद कर रहे हैं
ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि कुछ समय बाद सैथ रॉलिंस हील टर्न ले सकते हैं। हालांकि अभी सैथ रॉलिंस अपने WWE करियर के सबसे बेहतरीन दौर से गुजर रहे हैं, इसीलिए उन्हें हील टर्न देना भी बहुत गलत कदम साबित हो सकता है।
इसलिए उनके प्रतिद्वंद्वी के रूप में WWE को एक ऐसे सुपरस्टार की जरूरत है, जिसे अभी सबसे अधिक पसंद किया जा रहा है। वह कोई और नहीं बल्कि कोफ़ी किंग्सटन हैं।
2) कोफ़ी किंग्सटन को A+ डिवीज़न रैसलर बनाने का लक्ष्य
रैसलमेनिया के बाद यह चीज साबित हो चुकी है कि कोफ़ी किंग्सटन बी-कार्ड डिवीज़न रैसलर तो बिल्कुल नहीं हैं। पूरे WWE यूनिवर्स द्वारा कोफ़ी किंग्सटन के प्रदर्शन को सराहा जा रहा था। आख़िर ग्यारह वर्ष रैसलिंग को समर्पित करने के बाद उन्हें वर्ल्ड टाइटल हासिल हुआ है।
रैसलमेनिया की WWE चैंपियनशिप फ्यूड के दौरान उन्हें लगातार बी-कार्ड डिवीज़न प्लेयर कहा जा रहा था। सैथ रॉलिंस के साथ उन्हें जोड़ना निःसन्देह उनके किरदार को लोगों के सामने और भी ताकतवर दिखाने में पूर्णतः सक्षम है।
1) भविष्य की एक छोटी झलक
WWE एक ऐसी जगह है जहाँ कोई चीज बिना मतलब के नहीं की जाती। इसका सबसे बड़ा उदाहरण शेन मैकमैहन का WWE वर्ल्ड कप जीतना था। शेन मैकमैहन को वर्ल्ड कप के कारण काफी समय तक आलोचनाओं ने घेरे रखा था। मगर इसका परिणाम रैसलमेनिया में निकल कर आया। इससे न केवल मिज को बेबीफेस टर्न मिला बल्कि रैसलमेनिया में एक बेहतरीन मैच लड़ा गया।
रैसलमेनिया 35 के मेन इवेंट को ध्यान में रखते हुए इससे अगली रॉ में भी विनर टेक्स ऑल मैच लड़ा गया। किन्तु बदकिस्मती यह रही कि मैच के ख़त्म होने से पहले ही 'द बार' ने दखल दे दिया, जिसके कारण रेफ़री को मजबूरन मैच रद्द करना पड़ा।
बेशक शेमस और सिज़ेरो ने इस मैच को पूरा होने से रोक लिया हो। लेकिन अभी भी कोफ़ी किंग्सटन बनाम सैथ रॉलिंस मैच के प्रति लोगों के मन में दिलचस्पी कम नहीं हुई है। रॉ में कोफ़ी और रॉलिंस के सैगमेंट से यह साफ हो गया है कि जल्द ही भविष्य में एक दूसरे के खिलाफ रिंग साझा करने वाले हैं।