AEW Double or Nothing एक ऐसा शो, जिसका रैसलिंग फैंस कई सप्ताह से इंतज़ार कर रहे थे। यह अच्छे प्रमोशन का ही नतीजा रहा है कि Double or Nothing को फैंस से अच्छी प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। कुछ ऐसी भी चीजें रहीं जो बेहतर हो सकती थीं, लेकिन इस सब के बावजूद यह अच्छा शो साबित हुआ है।
मेन इवेंट मैच की समय सीमा थोड़ी लम्बी रही लेकिन साथ ही साथ दिलचस्प भी रही, जहाँ क्रिस जैरिको ने कैनी ओमेगा को हराया। लेकिन शो ने दिलचस्प मोड़ तब लिया, जब डीन एम्ब्रोज़/जॉन मोक्सली ने यहाँ सरप्राइज़ एंट्री ली।
द शील्ड मेम्बर का WWE में सफर एक बेबीफेस सुपरस्टार के रूप में ही गुजरा, लेकिन हाल ही में वो WWE का साथ छोड़कर बाहर चले गए थे। उम्मीद तो थी कि मोक्सली AEW में एंट्री ले सकते हैं, परन्तु इस तरह लेंगे यह किसी ने नहीं सोचा था।
हम ऐसे पाँच कारणों पर चर्चा करने वाले हैं कि आख़िर उन्होंने AEW रिंग में एंट्री क्यों ली है।
#5 वो पहले ही इशारा कर चुके थे कि वो AEW Double or Nothing में आने वाले हैं
जिस दिन एम्ब्रोज़ का WWE के साथ कॉन्ट्रैक्ट ख़त्म हुआ, उसी रात उन्होंने एक वीडियो रिलीज़ की थी। कयास लगाए जा रहे थे कि यह वीडियो WWE द्वारा शूट की गई है, क्योंकि क्वालिटी ऐसी थी, जिस तरह की WWE की वीडियो की होती है।
कम ही लोग जानते हैं कि AEW टोनी खान द्वारा संचालित कंपनी है और खान परिवार के पास मैकमैहन परिवार से कहीं अधिक पैसा है। तो फिर वीडियो क्वालिटी तो पैसे के मामले में एक छोटी चीज प्रतीत होती है।
वीडियो के एक सीन में दो पासे/डाइस साफ देखे जा सकते थे जो कि Double or Nothing की कैसिनो थीम से मेल खाती हैं। विंस मैकमैहन के लिए जरूर यह बड़ी चिंता का विषय है। पहली बात AEW को मिलीं अच्छी प्रतिक्रियाएँ और डीन एम्बोज़ का इस शो में नजर आना।
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#4 AEW में उन्हें WWE से ज्यादा आजादी मिलेगी
पिछले वर्ष का वह सैगमेंट यदि आपको याद हो, जब रोमन रेंस ने बीच रिंग में खड़े होकर खुद को ल्यूकीमिया से ग्रस्त होने की खबर सुनाई। रॉ के उसी एपिसोड में डीन एम्ब्रोज़ ने सैथ रॉलिंस पर हमला कर हील टर्न लिया, जिससे WWE यूनिवर्स की आँखें फटी की फटी रह गई थीं।
हील टर्न तो आया परन्तु उसके बाद WWE ने उन्हें किसी अच्छी और बड़ी स्टोरीलाइन का हिस्सा बनाया ही नहीं। सप्ताह दर सप्ताह बीतते रहे, मगर एम्ब्रोज़ को कुछ हासिल नहीं हुआ।
अब जिस उन्होंने AEW में एंट्री ली है, उससे तो ऐसा ही प्रतीत हो रहा है कि उन्हें यहाँ WWE से ज्यादा आजादी मिलेगी और काम करने में भी अच्छा महसूस होगा। इस नई रैसलिंग कंपनी की क्रिएटिव टीम WWE की क्रिएटिव टीम से काफी युवा है।
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#3 ऐसे प्रतिद्वंदी जिनके साथ वो कभी नहीं लड़े
सच्चाई यह है कि AEW लगातार WWE सुपरस्टार्स को अपने साथ जोड़ने का प्रयास कर रही है। इसका अच्छा पहलू यही है कि पुराने WWE सुपरस्टार्स की लोकप्रियता का AEW को फायदा ही होगा। परन्तु कुछ ऐसे भी सुपरस्टार्स हैं, जिन्होंने इंडिपेंडेंट सर्किट से सीधी इस नई रैसलिंग कंपनी में एंट्री मारी है।
क्रिस जैरिको WWE के सबसे सफल रैसलर्स में से एक रहे हैं, इसके बावजूद उन्होंने विंस मैकमैहन का साथ छोड़ने का फैसला लिया है। अब यदि जॉन मोक्सली और जैरिको एक बार फिर एक दूसरे का सामना करने वाले हैं, तो सबसे बड़ा फर्क स्टोरीलाइन बिल्डअप का ही होगा।
क्रिस जैरिको से अलग AEW में काफी ऐसे रैसलर मौजूद हैं, जिनसे मोक्सली का सामना कभी नहीं हुआ है। वैसे भी मोक्सली का सबसे बड़ा टारगेट फिलहाल पैसा नहीं है बल्कि अच्छी स्टोरीलाइन का हिस्सा बनना है। एक ऐसी जगह से भला कौन नहीं जाना चाहेगा, जहाँ उसे पैसे के साथ-साथ काम करने में भी मजा आ रहा हो।
#2 स्कॉट हॉल के WCW डेब्यू से तुलना
AEW की तुलना काफी समय से WCW से की जा रही है और कुछ हद तक यह सही भी है। कुछ लोगों का मानना है कि मंडे नाइट वॉर्स का सबसे यादगार लम्हा वह रहा, जब WCW नाइट्रो के एक एपिसोड में स्कॉट हॉल का WCW डेब्यू हुआ।
स्कॉट हॉल ने जिस तरह सरप्राइज़ एंट्री लेकर एरीना में मौजूद हजारों दर्शकों को हैरान कर दिया था, उसी तरह डीन एम्ब्रोज़ ने भी रैसलिंग यूनिवर्स को हिलाकर रख दिया है। इसलिए मोक्सली का AEW डेब्यू इस नई रैसलिंग कंपनी के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है।
#1 हार्डकोर रैसलिंग
जिस किसी ने भी Double or Nothing को देखा, उसके बाद इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि रैसलिंग का स्तर WWE से काफी ऊंचा रहा। फिर चाहे हम कोडी रोड्स बनाम डस्टिन रोड्स मुक़ाबले की बात करें या फिर मोक्सली द्वारा कैनी ओमेगा पर हमले की।
अपने करियर के शुरुआती दौर में जॉन मोक्सली हार्डकोर स्टाइल की रैसलिंग किया करते थे, मगर WWE में आने के बाद उनके प्रदर्शन का स्तर गिरता ही चला गया। इसकी सबसे बड़ी वजह यह रही कि उन्हें यहाँ पर्याप्त मौके नहीं मिल पा रहे थे।