रैसलिंग किसी भी मायने में आसान नहीं है। इसमें हर पल चोट का खतरा बना रहता है। कभी ये चोटें छोटी होती हैं तो कभी इतनी बड़ी की, रैसलरों को रिंग से संन्यास लेना पड़ता है। एक रैसलर का करियर उसके शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने पर ही निर्भर करता है। अगर इन दोनों के तालमेल में जरा भी कमी आई तो उन्हें रिंग से बाहर जाना पड़ता है।
हालांकि इन जोखिमों के बाद भी प्रो रैसलिंग की दुनिया में कुछ ऐसे रैसलर हैं, जो एक दिन में एक ही शो में कई मुकाबलों में लड़े। कई सुपरस्टार्स ने दो मैचों तो कई तीन में शानदार चुनौती पेश की। ये सभी रैसलर्स एलीट ग्रुप के हैं और उन्होंने दिखाया कि उनके भीतर कितना स्टैमिना है। उन्हीं कुछ जाबांज रैसलरों में से पांच ऐसे नाम, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से दिखाया कि वे सही में WWE के स्टार्स हैं।
#5 ब्रॉक लैसनर (रॉयल रंबल 2003)
आज ब्रॉक लैसनर भले ही कभी-कभी रिंग में दिखते हैं लेकिन एक समय था जब हर हफ्ते वे रिंग में उतरते थे और फैन उनकी मुरीद थे। 2003 का वो रॉयल रंबल का मैच आज भी दर्शकों को याद है। लैसनर ने इवेंट के एक मैच में सात फिट के बिग शो से शुरुआत की। उन्होंने बिग शो को रिंग से बाहर कर उसी रात होने वाले रंबल मैच के लिए क्वालीफाई किया।
29वें नंबर पर आने के बाद घायल लैसनर ने किसी को सोचने-समझने का समय नहीं दिया और हमला बोल दिया। उन्होंने इस बेहतरीन और यादगार मैच को जीतने के लिए मैट हार्डी, शेल्टन बैंजामिन, चार्ली हास और द अंडरटेकर को रिंग से बाहर किया।
यह ब्रॉक लैसनर के लिए बहुत-बहुत बड़ी जीत थी क्योंकि उन्होंने इसे पहली बार में ही उन्होंने हासिल किया था। लेकिन, यह भी सही था कि यह जीत उनकी झोली में महीनों बाद आई थी।
#4 डेनियल ब्रायन (रैसलमेनिया 30)
डेनियल ब्रायन प्रो रैसलिंग की दुनिया में दर्शकों के सबसे चहेते रैसलरों में शुमार हैं। उनका यह मोमेंट तो बच्चे-बच्चे को रोमांचित कर देता है। अथॉरिटी के ना-ना करने के बाद भी रैसलमेनिया 30 में ब्रायन को मौका दिया गया। उन्हें बस शो के ओपनिंग में ही ट्रिपल एच को हराना था।
ब्रायन के खिलाफ इस मैच में कई लोगों को खड़ा किया गया लेकिन उन्होंने दर्शकों के लिए वो यस मोमेंट ला ही दिया और जीत दर्ज की। ट्रिपल एच को हराकर ब्रायन ने मेन इवेंट के लिए क्वालीफाई किया। मेन इवेंट में ब्रायन को रोकने के लिए बतिस्ता और रैंडी ऑर्टन ने कई कोशिशें की लेकिन ब्रायन ने हार नहीं मानी। अंत में ब्रायन ने बतिस्ता को ही रिंग से आउट कर दिया जो किसी चमत्कार से कम नहीं था। ये डेनियल ब्रायन और रैसलमेनिया इतिहास के सबसे बेहतरीन पलों में से एक रहा।
#3 सैथ रॉलिंस (नाइट ऑफ चैंपियंस 2015)
2014 में अचानक ही सैथ रॉलिंस को रैसलिंग के करियर में हाइप मिलना शुरू होगा। यह साल आर्किटेक्ट के लिए तगड़ा था। साल के अंत तक रॉलिंस मनी इन द बैंक के मालिक हो गए। 2015 के समरस्लैम तक उनके पास WWE वर्ल्ड चैंपियनशिप और यूनाइटेड स्टेट्स चैंपियनशिप का खिताब भी जीत लिया था। इसके बाद तो रॉलिंस की प्रो रैसलिंग की दुनिया में काफी चर्चाएं होने लगीं।
हालांकि दो-दो खिताब का मालिक होना रॉलिंस को महँगा पड़ा। जब खिताब आए तो साथ में उसने चुनौतियां भी दी। उन्हें इसे बचाने के लिए मजबूरन नाइट ऑफ चैंपियन्स में अलग-अलग मैचों में भिड़ना पड़ा। पहले मैच में उन्होंने जॉन सीना को मात देकर यूनाइटेड स्टेट्स बेल्ट तो बचा लिया लेकिन उनके सामने तुरंत ही एक और चुनौती थी। हालांकि सब कुछ उनके मुताबिक ही हुआ और वह स्टिंग के खिलाफ WWE वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब बचाने में कामयाब रहे।
#2 सिजेरो (रैसलमेनिया 30/ रैसलमेनिया 31)
रैसलमेनिया 30 में खिताब के प्रबल दावेदार डेनियल ब्रायन ही थे लेकिन उन्हें कहां पता था कि कोई और है जो लगातार रिंग उनकी तरह टिका रह सकता है। पहले सिजेरो ने जैक स्वैगर के साथ मिलकर द उसोज़ को टैग टीम चैंपियनशिप के लिए चुनौती दी थी। हालांकि स्विस सुपरस्टार को इस मैच में जीत हासिल नहीं हो पाई।
उसके बाद में बैटल रॉयल मैच के दौरान सिजेरो ने दमदार प्रदर्शन से सभी दुश्मनों को रिंग से बाहर कर मैच अपने नाम किया। एक साल बाद ही भी सिजेरो ने एक ही रात में फिर से दो मैच लड़े। टैग टीम चैंपियनशिप में तीन टीमों के साथ भिड़ने के तुरंत बाद ही उन्होंने आंद्रे जाइंट बैटल रॉयल में भाग लिया। हालांकि उन्हें इस मैच में हार का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने साबित किया कि वो प्रो रैसलिंग के असली हीरो और पावरहाउस हैं।
#1 कर्ट एंगल (किंग ऑफ द रिंग 2001)
रैसलरों के लिए सबसे मुश्किल काम क्या है ? एक ही रात में दो या तीन मैचों में लड़ना। लेकिन, अगर वही मैच बाद में स्ट्रीट फाइट बन जाए तो यह और भी ज्यादा खतरनाक हो जाता है। हालांकि किंग ऑफ द रिंग 2001 में कर्ट एंगल ने इसे अंजाम दिया और दिखाया कि उन्हें ऐसे ही नहीं प्रो रैसलिंग की दुनिया का सुपरस्टार कहा जाता है। टूर्नामेंट के सेमी फाइनल में पहली भिड़ंत उनकी क्रिश्चियन से हुई। यहां उनकी मदद शेन मैकमैहन ने की, जिनसे उनको आगे भिड़ना था।