WWE के साल 2019 के पहले पीपीवी रॉयल रंबल के बाद अब बारी थी मंडे नाइट रॉ के शो की। जैसा की अक्सर हमें पीपीवी के बाद होने वाले गो-होम शो काफी धमाकेदार देखने को मिलते हैं उसी तरह से इस हफ्ते का मंडे नाइट रॉ का शो काफी धमाकेदार हुआ।
शो के दौरान रैसलमेनिया 35 के लिए दो बड़े मुकाबले की घोषणा हो गई है। इसके अलावा शो में नई दुश्मनी की भी शुरूआत देखने को मिली। कुल मिलाकर कहें की मंडे नाइट रॉ का इस हफ्ते का एपिसोड का काफी मनोरंजक था तो यह गलत नहीं होगा।
हालांकि शो में कुछ अच्छी बातों के साथ कुछ बुरी बातें भी देखने को मिली। इसी कड़ी में आइए एक नज़र डालते हैं इस हफ्ते हुए मंडे नाइट रॉ के शो की कुछ अच्छी और बुरी बातों।
अच्छी बात: बैकी लिंच की रॉ में वापसी
बैकी लिंच के 30 विमेंस रॉयल रंबल मुकाबला जीतने के बाद उनके रॉ में वापसी की उम्मीदे बढ़ गई थी। इस हफ्ते रॉ के एपिसोड में बैकी लिंच ने ना केवल वापसी की बल्कि रैसलमेनिया 35 के लिए रोंडा राउज़ी को अपना प्रतिद्वंदी चुना।
फैंस को अब रैसलमेनिया 35 में रोंडा राउज़ी बनाम बैकी लिंच के बीच रॉ विमेंस चैंपियनशिप के लिए एक धमाकेदार मुकाबला देखने को मिलने वाला है।
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बुरी बात: रोंडा राउज़ी का खराब प्रोमो
रॉ विमेंस चैंपियन रोंडा राउज़ी ने पिछले साल रैसलेमनिया 34 में डेब्यू किया था। उसके बाद से लेकर अभी कर रोंडा कई प्रोमो कट कर चुकी है लेकिन वह इन प्रोमो को उतनी शानदार तरीके से नहीं कर पाती हैं जैसे उन्हें करना चाहिए।
इस हफ्ते रॉ के एपिसोड में जब वह प्रोमो कट कर रही थी तब फैंस उन्हें बू कर रहे थे जिसके बाद वह अपने प्रोमो के दौरान काफी नर्वस दिखीं। इसके बाद WWE ने इस चीज को कवर करने के लिए बेली को रिंग में भेजा लेकिन दुर्भाग्य से बेली भी माइक पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाईं।
अच्छी बात: जैफ जैरेट और रोड डॉग का रीयूनियन
जैफ जैरेट और इलायस के बीच रॉयल रंबल में दुश्मनी की शुरूआत हुई जिसकी झलक इस हफ्ते रॉ के शो में भी देखने को मिली। रॉ के एपिसोड में जैफ जैरेट के साथ रोड डॉग ने भी वापसी की। इस दौरान इलासन ने दोनों दिग्गज सुपरस्टार्स पर गिटार से हमला कर दिया।
इस हमले के जवाब में जैरेट ने भी इलायस पर अटैक किया। इस पूरे सैगमेंट के दौरान फैंस काफी एंजॉय कर रहे थे। आने वाले कुछ हफ्तों में हमें इलायस बनाम जैफ जैरेट के बीच बड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।
बुरी बात: ड्रू मैकइंटायर और बैरन कॉर्बिन
ईमानदारी से कहें तो WWE को बैरन कॉर्बिन और ड्रू मैकइंटायर की बुकिंग पर ध्यान देने की जरूरत है। बैरन कॉर्बिन इस हफ्ते कर्ट एंगल के साथ मुकाबले में जहां आए जहां वह आसानी से कर्ट पर हमला कर रहे थे। ऐसा कैसे हो सकता है कि बैरन कॉर्बिन जिन्हें लगातार हार मिल रही हो और वह अचानक कर्ट एंगल पर भारी पड़े।
वहीं दूसरी ओर एक बार फिर ड्रू मैकइंटायर और ब्रॉन स्ट्रोमैन के बीच दुश्मनी शुरू होती दिखाई दे रही है। जबकि फैंस इससे पहले ब्रॉन स्ट्रोमैन और ड्रू मैकइंटायर के बीच दुश्मनी देख चुके हैं। हमारे ख्याल से यह शो की सबसे खराब बातों में से एक थी।
अच्छी बात: फिन बैलर की इंटरकॉन्टिनेंटल टाइटल पिक्चर में एंट्री
इस बात से कोई भी इंकार नहीं कर सकता है कि फिन बैलर कितने शानदार परफॉर्मर हैं। रॉयल रंबल में ब्रॉक लैसनर के खिलाफ शानदार मुकाबला देने के फिन बैलर इस हफ्ते रॉ के एपिसोड में बॉबी लैश्ले के साथ दुश्मनी में नज़र आए।
बॉबी लैश्ले के साथ दुश्मनी में शामिल होकर फिन बैलर अब इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप पिक्चर में शामिल हो गए हैं। अगर कुछ हफ्तों में फिन बैलर इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियन बन जाते हैं तो फैंस को इसमें हैरानी नहीं होनी चाहिए। एक फैन होने के नाते हम फिन बैलर को जल्द ही टाइटल जीतते हुए देखना चाहते हैं।
बुरी बात: NXT स्टार्स का गायब होना
कुछ समय पहले ही विंस मैकमैहन ने फैंस से यह वादा किया था कि जल्द ही उन्हें रॉ और स्मकैडाउन लाइव में नए टैलेंट देखने को मिलेंगे। लेकिन इस हफ्ते रॉ के एपिसोड को देखने के बाद हमें निराशा हाथ लगी। रॉयल रंबल में EC3 का ना होना एक बुरी बात थी।
लेकिन इस हफ्ते रॉ के एपिसोड में एक बार फिर NXT सुपरस्टार्स नज़र नहीं आए। हमारे ख्याल से WWE अगर आगे बढ़ाना चाहता है तो उन्हें हर हफ्ते शो में जरूर लाना होगा, नहीं तो फैंस में फिर NXT सुपरस्टार्स के लिए दिलचस्पी कम हो जाएगी।
अच्छी बात/बुरी बात: शो के बाद मैच का एलान
रॉ के इस हफ्के के एपिसोड में फैंस को सैथ रॉलिंस और ब्रॉक लैसनर के बीच दुश्मनी देखने को मिली। इसके बाद सैथ रॉलिंस ने रैसलमेनिया 35 के लिए ब्रॉक लैसनर को अपना प्रतिद्वंदी चुना। लेकिन हैरानी की बात ये खी कि WWE ने इस मुकाबले की आधिकारिक घोषणा शो के बाद की।
WWE चाहता तो इस मुकाबले की घोषणा अगले हफ्ते रॉ के एपिसोड में कर सकता है। खैर अब ये आपको तय करना है कि आप इसे शो की अच्छी बात के रूप में लेते हैं या फिर बुरी बात के रूप में।
लेखक: रिजु दासगुप्ता, अनुवादक: अंकित कुमार