WWE अमेरिकी महाद्वीप के बाहर अपने पैर मजूबत करने में लगी हुई है। इस कड़ी में WWE ने साल 2018 में सऊदी अरब और ऑस्ट्रेलिया में बड़े इवेंटों का आयोजन किया। अब एक बार फिर कंपनी को सऊदी अरब में 2 नवंबर को इवेंट करवाना है। लेकिन इस इवेंट के आयोजन को लेकर खतरा मंडराने लगा है। दरअसल ये सब कुछ एक राजनीतिक संकट की वजह से हुआ है।
अमेरिका के जाने-माने अखबार 'द वॉशिंगटन पोस्ट' के सऊदी पत्रकार और लेखक जमाल खशोजी 2 अक्टूबर से लापता हैं। सऊदी अरब के निवासी जमाल अमेरिका के अखबार में कॉलम लिखा करते थे। कई मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जमाल खशोजी को टर्की की राजधानी इंस्तांबुल में स्थित सऊदी अरब के दूतावास में मार दिया गया। टर्की के सूत्रों ने मीडिया में दी जानकारी के मुताबिक इस खबर पर पुष्टि की। सऊदी अरब के अधिकारियों ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है।
दरअसल जमाल खशोजी इंस्तांबुल स्थित सऊदी दूतावास में किसी काम से गए थे और उसके बाद वो बिल्डिंग से वापिस ही नहीं आए। माना जा रहा है कि बिल्डिंग के अंदर ही उनका कत्ल कर बॉडी को ठिकाने लगा दिया गया।
बड़े अमेरिकी अखबार के कॉलमिस्ट की हत्या की खबर से अमेरिका और सऊदी अरब के बीच तलखी बढ़ सकती है। अगर अमेरिकी सरकार ने सऊदी पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए तो WWE का Crown Jewel इवेंट खटाई में पड़ सकता है।
रैसलिंग ऑब्जर्वर न्यूजलैटर की रिपोर्ट के मुताबिक, WWE द्वारा सऊदी अरब के साथ किए गए कॉन्ट्रैक्ट की वजह से कंपनी को 10 सालों में 450 मिलियन डॉलर मिलेंगे। अमेरिकी सरकार द्वारा बैन लगाने की स्थिति में WWE को भारी नुकसान हो सकता है।
सऊदी अरब में इवेंट कराने की वजह से WWE को फैंस के गुस्से का सामना पहले से ही करना पड़ रहा है। क्योंकि सऊदी अरब में महिलाओं के अधिकारों की कोई कद्र नहीं है। ग्रेटेस्ट रॉयल रम्बल इवेंट में भी किसी भी महिला रैसलर ने हिस्सा नहीं लिया था। अब देखना होगा कि WWE इस संकट से कैसे बाहर आती है।