#2 वर्ल्ड कप टाइम पूरा भरने वाले टूर्नामेंट से ज़्यादा और कुछ नहीं
क्योंकि इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे रैसलर्स के टैलेंट और शक्ति की चर्चा विश्वभर में हो रही थी और ये बात साफ़ थी कि ये टूर्नामेंट बहुत ऊंचे दर्जे का होने वाला है जिस तरीके से टूर्नामेंट के फाइनल का अंत हुआ उससे एक बात तो साफ़ हो गयी कि क्रिएटिव टीम ने जो किया है उसकी आलोचना के सिवा ज़्यादा कुछ किया नहीं जा सकता।
टूर्नामेंट की बुकिंग्स को लेकर सभी लोग सवाल उठा रहे थे। हालांकि सेमीफाइनल के मैच अच्छे थे जहां सैथ रॉलिंस डॉल्फ ज़िगलर के साथ एक और शानदार मैच देने में कामयाब हुए और दर्शकों को अपने साथ जोड़े रखा। लेकिन, जिस तरह टूर्नामेंट का अंत हुआ उससे लोगों ने सब कुछ भूल कर बस शो की और क्रिएटिव टीम की निंदा ही की है। साफ़ तौर WWE के इस कदम से ये तो पता चल गया कि वर्ल्ड कप का ये टूर्नामेंट खली समय को भरने वाला एक फिलर मात्र ही था।