इस साल नई WWE पीपीवी स्टॉम्पिंग ग्राउंड्स का आयोजन होने वाला है जिसे बैकलैश से रिप्लेस किया गया है। शो में चैंपियनशिप मैचों की संख्या काफी अधिक है इसलिए उम्मीद की जा रही है कि नई पीपीवी के साथ कुछ सुपरस्टार्स को नया चैंपियन बनने का भी मौका मिलेगा।
एक्सट्रीम रूल्स ज्यादा दूर नहीं है इसलिए फैंस भी यह बात समझ रहे हैं कि इस नए शो को अधिक तवज्जो नहीं दी जाएगी। चौंकाने वाली बात यह है कि WWE का ऐसा कोई प्लान नहीं है कि इस पूरे इवेंट में कोई भी टाइटल चेंज हो।
यूनिवर्सल चैंपियनशिप से लेकर टैग टीम टाइटल तक, मैचों के परिणाम वैसे ही होने वाले हैं जैसा कि फैंस सोच रहे हैं। रैसलमेनिया 35 अब बीती बात हो चली है और एक अन्य चौंकाने वाली बात यह है कि पिछले ढाई महीने में WWE यूनिवर्स को केवल दो नए चैंपियन देखने को मिले हैं। पहला बेली का स्मैकडाउन विमेंस चैंपियन बनना और दूसरा द रिवाइवल का रॉ टैग टीम टाइटल हासिल करना।
ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे विंस मैकमैहन और उनकी टीम लॉन्ग-टर्म प्लान्स पर काम कर रहा है और यह रणनीति कुछ हद तक सही भी है। सऊदी अरब में में हुई सुपर शोडाउन में भी कोई खास टाइटल चेंज नहीं देखा गया था और उसी तरह की रणनीति स्टॉम्पिंग ग्राउंड्स में भी अपनाई जा सकती है।
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टाइटल चेंज ना होने का सबसे बड़ा ख़तरा यह है कि शो कुछ हद तक बोरिंग हो सकता है। साथ ही साथ स्पेशल गेस्ट रेफरी का आगमन इसके प्रति फैंस के मन में दिलचस्पी बढ़ा रहा है। हम तो यही आशा करते हैं कि व्यूअरशिप में और अधिक गिरावट ना हो, यदि ऐसा हुआ तो कंपनी के लिए इस ख़राब दौर से उबरने के सभी चांस लुप्त हो जाएंगे।
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