एक तरफ जहां रॉ उतना अच्छा नहीं था, वहीं ब्लू ब्रैंड का शो काफी अच्छा था। इस शो के दौरान कई बदलाव देखने को मिले क्योंकि एक तरफ जहां शार्लेट फ्लेयर आठवीं बार विमेंस चैंपियन बनीं। वहीं कोफ़ी किंग्स्टन का रैसलमेनिया में WWE चैंपियनशिप के लिए लड़ने का सपना भी सच साबित हुआ। हालांकि ये तो हुई अच्छी बातें, इस शो में कुछ चीज़ें बुरी भी थीं, लेकिन इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे हर उस पल के बारे में जो या तो अच्छा था या बुरा। यहां तक कि वो पल भी जो शायद अच्छा था और बुरा भी, तो आइए नज़र डालते हैं उन पलों पर।
#1 अच्छा: एक अच्छी फिनिश
कोफ़ी किंग्स्टन वाली कहानी शुरुआत से ही अच्छी थी और इस हफ्ते ना सिर्फ हमें वो पल मिला जिसकी सब देखना चाहते थे। हमने न्यू डे के बाकी दोनों रैसलर्स को भी अपना ज़बरदस्त प्रदर्शन करते हुए देखा, जिसकी वजह से सभी को मौके मिले। एक टीम जिसने लड़ने से मना कर दिया वो थी उसोज़ की टीम, जिन्होंने कहा कि वो इस टीम का सम्मान करते हैं। इसलिए वो इस कॉम्पिटिशन से खुद को बाहर करते हैं। इस पल की वजह से ये सैगमेंट और अच्छा बन गया था। जी हां कोफ़ी किंग्स्टन अब रैसलमेनिया का हिस्सा हैं।
#1 बुरा: असुका
जब एक चैंपियन अपना टाइटल हारता है तो वो इस दुःख में रहता है कि उसने टाइटल हारा है, जबकि यहां तो असुका टाइटल हारने के कुछ वक़्त बाद ही मुस्कुराती हुई न्यू डे को चीयर कर रही थीं। इसकी वजह से उनकी क्रेडिबिलिटी पर सवाल खड़े हो जाते हैं। क्या वो एक एनहांसमेंट टैलेंट हैं या फिर वाकई में एम्प्रेस ऑफ़ टूमारो जिनमें काफी दमखम था? कंपनी को इस तरह से उन्हें नहीं दिखाना चाहिए था।
WWE News in Hindi, RAW, SmackDown के सभी मैच के लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज़ स्पोर्ट्सकीड़ा पर पाएं
#2 अच्छा: फाल्स काउंट एनीवेयर की शर्त
मिज़ और शेन के बीच होने वाला मैच तभी अच्छा हो सकता था जब इस कहानी को एक अच्छे बेबीफेस और हील की तरह से पेश किया जाता और कंपनी ने इस कहानी को बिल्कुल वैसे ही दिखाया है। एक रैसलर के तौर पर मिज़ में दमखम है, जबकि शेन कोस्ट टू कोस्ट को कभी भी हिट कर सकते हैं। अब इस तरह का काम ये साबित करता है कि दोनों अपने किरदारों को सही से कर रहे हैं, क्योंकि मिज़ का अग्रेशन उनके किरदार के लिए ज़रूरी था।
#2 बुरा: ड्रीम मैच का कैंसल होना
कर्ट एंगल और एजे स्टाइल्स के बीच ये मैच होना ही था और इसकी उम्मीद सबको थी लेकिन जिस तरह से ये खत्म हुआ वो किसी ने नहीं चाहा था। रैंडी ऑर्टन के द्वारा इंटरफेयर होने की संभावना थी, लेकिन समय से पहले होना इस मैच का आनंद खराब कर गया, और अब ये मैच शायद ही कभी होगा।
#3 अच्छा/बुरा: टाइटल चेंज
शार्लेट फ्लेयर के द्वारा टाइटल जीतना एक अच्छे मैच का नतीजा था लेकिन जिस तरह से ये हुआ वो बुरी बात है क्योंकि असुका में दमखम है। वैसे भी रैसलमेनिया अब ज़्यादा दिन दूर नहीं है तो क्या ये करना ज़रूरी था। कंपनी ने एक चैंपियन को तो क्राउन किया लेकिन उसकी वजह से मैंडी रोज़ और उनके जैसी अन्य रैसलर्स को साइडलाइन कर दिया। ये कदम भले ही टाइटल चेंज के लिए अच्छा हो, ये बिज़नेस के लिए अच्छा नहीं था। कंपनी इस टाइटल चेंज से किसी नए रैसलर को बढ़ाने की कोशिश करती तो अच्छी बात होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, और अब इस कहानी का क्या हाल होगा ये देखना होगा।
इसकी वजह से वो मैच भी खराब हो गया जिसकी एक समय से होने की संभावना थी, और जिसकी कहानी कंपनी ने एक लम्बे समय से चला रखी थी। आखिरकार ये बात तो साबित होती है कि कंपनी में कुछ भी हो सकता है, लेकिन वो बुरा नहीं होना चाहिए था।