#3 विचारों और दृष्टिकोण में सफाई
पिछले कुछ वर्षों में यह देखा गया है कि विराट कोहली ने एक कप्तान के तौर पर संवाददाता सम्मेलनों को संबोधित करते हुए कहा कुछ और हो और मैदान पर किया कुछ और है। उन्होंने अंबाती रायडू को विश्वकप के दौरान नंबर 4 के विकल्प के रूप में खिलाने की बात कही लेकिन किया कुछ और। इसी तरह उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अजिंक्य रहाणे को नंबर 4 पर खिलाया था। जबकि उन्होंने सबके सामने उन्हें एक सलामी बल्लेबाज कहा था।
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कोहली को अपनी योजनाओं और निर्णयों को लेकर काफी भ्रमित देखा गया है, जबकि रोहित शर्मा एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जो अपने निर्णयों से बिल्कुल भी पीछे नहीं हटते हैं। फिर वह बात आईपीएल में कप्तानी की हो या फिर कोहली की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम की कप्तानी की। उन्होंने अक्सर अपनी कप्तानी में कहा है कि धोनी को ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करनी चाहिए और अपनी कप्तानी के दौरान उन्होंने इस बात को लागू भी किया है। यह दर्शाता है कि रोहित शर्मा सीमित प्रारूप के क्रिकेट में विराट कोहली से बेहतर कप्तान साबित हो सकते हैं।