आईपीएल 2019 के शुरू होने में बस कुछ हो दिन बचे हैं। इस दौरान सभी टीमें अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटी हैं। इस बार सभी आठ टीमें बेहद मजबूत और संतुलित नज़र आ रही हैं। लेकिन फिर भी सभी टीमें तो आईपीएल खिताब नहीं जीत सकती हैं।
भले ही हर टीम कागजों पर मजबूत नज़र आ रही है लेकिन हर टीम की कुछ कमज़ोरियां भी हैं। जो भी टीम अपनी कमजोरियों से पार पा लेगी, वह जीत जाएगी।
सभी टीमों का विश्लेषण करने के बाद हमने तीन ऐसी टीमें चुनी हैं जिनके आईपीएल ट्रॉफी जीतने की संभावना सबसे कम है या ऐसा कहें कि यह टीमें आईपीएल चैंपियन नहीं बन सकती।
तो आइए एक नज़र डालते हैं इन तीन चुनिंदा टीमों पर:
#1. किंग्स इलेवन पंजाब
किंग्स इलेवन पंजाब उन टीमों में से एक है, जो हमेशा अच्छी शुरुआत करती है लेकिन जैसे-जैसे टूर्नामेंट अपने अंत की ओर बढ़ता है, इनके प्रदर्शन में लगातार गिरावट आती चली जाती है। इस बार उनकी सबसे बड़ी कमजोरी मध्य और निचले क्रम में फिनिशर बल्लेबाज़ की कमी है।
शीर्ष क्रम में क्रिस गेल और केएल राहुल के अलावा किंग्स इलेवन के पास कोई भी प्रभावशाली बल्लेबाज नहीं है। डेविड मिलर का फॉर्म आईपीएल में टीम की किस्मत तय करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा। मध्य-क्रम को मजबूती प्रदान करने के लिए टीम प्रबंधन को उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
इसके अलावा उनके लिए सबसे बड़ी चिंता का कारण रविचंद्रन अश्विन की फॉर्म है। अश्विन काफी समय से सीमित ओवर क्रिकेट से दूर रहे हैं, और इससे निश्चित रूप से उनके खेल में फ़र्क पड़ेगा।
इस सीज़न में पंजाब को भारतीय पेसरों की कमी भी खलेगी। मोहम्मद शमी टी-20 प्रारूप में कुछ खास नहीं कर पाए हैं वहीं दूसरे तेज़ गेंदबाज़ अंकित राजपूत अभी युवा हैं और उनमें अनुभव की कमी है।
कुल मिलाकर इन कमज़ोरियाँ को देखते हुए किंग्स इलेवन के अपना पहला आईपीएल खिताब जीतने की संभावना लगभग ना के बराबर है।
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#2. राजस्थान रॉयल्स
पिछले कुछ सत्रों में राजस्थान रॉयल्स का प्रदर्शन अनियमित रहा है। कभी तो ऐसा लगता है कि वे खिताब के प्रबल दावेदार हैं लेकिन कुछ मैचों के बाद हमें अपनी राय बदलनी पड़ती है।
इस बार जब हम रॉयल्स का विश्लेषण करें तो मालूम होता है कि अभी भी इस टीम में कई कमज़ोरियाँ हैं।जिनकी वजह से उनके आईपीएल ट्रॉफी उठाने की संभावना ना के बराबर है।
मसलन, जोस बटलर, स्टीव स्मिथ और बेन स्टोक्स जैसे दिग्गज खिलाड़ी वर्ल्ड कप की तैयारियों के मद्देनजर टूर्नामेंट के बीच से ही अपने देश लौट जाएंगे। इससे टीम के प्रदर्शन में भारी गिरावट आएगी।
इसके अलावा तेज़ गेंदबाज़ जयदेव उनादकट को छोड़ कर टीम के पास कोई भी बेहतरीन भारतीय पेसर नहीं है और बल्लेबाजों में अजिंक्य रहाणे के अलावा कोई भी प्रभावशाली भारतीय बल्लेबाज नहीं है।
स्पिन गेंदबाजी विभाग में भी अनुभवहीन खिलाड़ी है। श्रेयस गोपाल और कृष्णप्पा गौतम जैसे स्पिनरों ने पिछले सीज़न में ठीक-ठाक प्रदर्शन किया था लेकिन फिर भी अनुभव की कमी उनका एक कमज़ोर पक्ष है।
#3. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
हमेशा की तरह, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के पास इस बार भी एक बेहतरीन बैटिंग लाइन-अप है जो किसी भी विपक्षी गेंदबाज़ी आक्रमण की धज्जियाँ उड़ा सकती है। विराट कोहली और एबी डिविलियर्स जैसे विश्व स्तरीय खिलाड़ियों की मौजूदगी में यह टीम सर्वश्रेष्ठ बैटिंग लाइन-अप रखने वाली टीम है।
लेकिन फिर भी अहम मौकों पर इनके बल्लेबाज उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाते, और यही वजह है कि यह टीम आज तक एक भी आईपीएल खिताब नहीं जीत पाई है। अब वे व्यापक रूप से आईपीएल के 'चोकर्स' माने जाते हैं।
आरसीबी में निरंतरता की कमी है, जो एक टीम के आईपीएल ट्रॉफी जीतने की पहली शर्त है। वे कुछ मैचों में असाधारण प्रदर्शन करते हैं जबकि अन्य में बेहद ख़राब। पिछले सीज़न में हमने देखा कैसे इस टीम ने निर्णायक मैच गंवाए और प्ले-ऑफ में जगह बनाने में भी असफल रहे।
आरसीबी की हार का एक बड़ा कारण उनकी कप्तान कोहली और डीविलियर्स पर अधिक निर्भरता है। ये दोनों खिलाड़ी टीम को अकेले दम पर जीत दिलाने की काबलियत रखते हैं लेकिन जब यह दोनों बल्लेबाज़ जल्दी आउट हो जाते हैं तो पूरी टीम भी इनके साथ ताश के पत्तों की तरह ढह जाती है।
बैंगलोर के पास युजवेंद्र चहल और उमेश यादव जैसे विश्वस्तरीय गेंदबाजों के विकल्प के रूप में कोई भी अदद गेंदबाज़ नहीं है। जबकि उमेश यादव भी खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं।
लेखक: निखिल गुप्ता अनुवादक: आशीष कुमार