जब भी कोई खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पर्दापण करता है तो उसका सपना होता है कि वह अपने क्रिकेट करियर में नए रिकार्ड बनाये। कुछ महान खिलाड़ियों ने क्रिकेट इतिहास में ऐसे रिकार्ड बनाये हैं जो अभी तक अटूट हैं और शायद काफी समय तक अटूट ही रहेंगे।
मसलन, रोहित शर्मा के नाम वनडे में 3 दोहरे शतक हैं जबकि बाकी के खिलाड़ी अभी तक इस प्रारूप में कुल 5 दोहरे शतक लगाने में ही सफल रहे हैं। डॉन ब्रैडमैन का टेस्ट में बल्लेबाजी औसत 99.94 था, जो अभी तक एक अटूट रिकॉर्ड है। इसके अलावा, 1979 में इंग्लैंड ने कनाडा को 8 विकेट और 277 गेंदें शेष रहते हराया था, यह रिकॉर्ड पिछले 40 साल से अटूट है।
लेकिन, सभी रिकॉर्डों के बारे में यह बात नहीं कही जा सकती। क्रिकेट इतिहास में कई बार ऐसे भी अवसर आए हैं जब एक ही दिन में नया रिकॉर्ड बनता भी है और टूट भी जाता है। तो आइये एक नज़र डालते हैं क्रिकेट इतिहास के ऐसे 4 रिकॉर्डों पर:
#4 एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर - एक ही दिन में टूटने वाला रिकॉर्ड
1975 के विश्व कप में, इंग्लिश बल्लेबाज डेनिस एमिस ने 7 जून, 1975 को भारत के खिलाफ 147 गेंदों में 137 रन बनाकर एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड बनाया था। उस दिन विश्व कप के दूसरे ग्रुप में एक और मैच खेला जाना था।
न्यूजीलैंड और पूर्वी अफ्रीका के बीच खेले गए इस मैच में, न्यूजीलैंड के बल्लेबाज़ ग्लेन टर्नर ने 171 रनों की ऐतिहासिक पारी खेलकर चंद घंटों के भीतर ही सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
ग्लेन टर्नर ने अपनी पारी में 201 गेंदें खेली और निर्धारित 60 ओवरों में न्यूजीलैंड को 309 के स्कोर तक पहुंचने में बेहद अहम भूमिका निभाई थी। अपनी इस रिकॉर्ड-तोड़ पारी में उन्होंने 16 चौके और 2 छक्के लगाए थे। इसके जवाब में, पूर्वी अफ्रीका की टीम केवल 128 रन ही बना सकी थी और कीवी टीम ने यह मैच 181 रनों के विशाल अंतर से जीत लिया था।