खेल का दूसरा सबसे पुराना फॉर्मेट वनडे क्रिकेट में पिछले कुछ सालों में काफी दिलचस्प सफर रहा है । आईसीसी द्वारा इस प्रारूप को और दिलचस्प बनाने के लिए लगातार प्रयोग किये गए है और उसके साथ खिलाड़ियों ने खुद को भी इस प्रारूप में हुए बदलावों के अनुसार ढाला है। कुछ समय पहले लोग यह मान रहे थे कि टी20 प्रारूप के आने से लोगो के बीच यह प्रारूप लोकप्रिय नहीं रह जायेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
टी20 क्रिकेट की वजह से बल्लेबाजों ने इस प्रारूप में भी तेजी से खेलना शुरू कर दिया और आज की क्रिकेट में किसी भी टोटल को सेफ नहीं कहा जा सकता। पहले वनडे क्रिकेट में 250 से ज्यादा का स्कोर जीतने के लायक माना जाता था मगर आज ऐसा नहीं है। अब 300 के आंकड़े को भी आसानी से चेस करने लायक माना जाता है।
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इस आर्टिकल के माध्यम से हम उन 5 वनडे मैचों की चर्चा करने जा रहे हैं जिनमें दोनों टीमों के टोटल को मिलकर सबसे ज्यादा रन बने:
#1 दक्षिण अफ्रीका बनाम ऑस्ट्रेलिया, 872 रन (जोहान्सबर्ग, 2006)
दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2006 में वांडरर्स में सीरीज का पांचवां और अंतिम वनडे खेला गया और बिना किसी संदेह के यह क्रिकेट के इतिहास के सर्वश्रेष्ठ मैचों में से एक है। रिकी पोंटिंग ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और उनके इस फैसले को गिलक्रिस्ट और कैटिच की जोड़ी ने सही साबित किया। दोनों ने पहले विकेट के लिए 97 रन जोड़े। गिलक्रिस्ट के आउट होने के बाद पोंटिंग ने ताबतोड़ बल्लेबाजी कई और शानदार शतक जड़ दिया। पोंटिंग ने 105 गेंदों में 164 रनों की पारी खेली। पोंटिंग की शानदार पारी की वजह से ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में 434 रन का स्कोर खड़ा किया और यह एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में 400 का पहला स्कोर था।
दक्षिण अफ्रीका की पारी शुरू होने से पहले सभी को लगा था कि ऑस्ट्रेलिया यह मैच आसानी से अपने नाम कर लेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ग्रीम स्मिथ और हर्शल गिब्स की पारियों की वजह से दक्षिण अफ्रीका ने रिकॉर्ड टारगेट चेस कर इतिहास रच दिया। स्मिथ ने 90 रन बनाये, वहीँ गिब्स ने 175 रनों की बेहतरीन पारी खेली। अंत में दक्षिण अफ्रीका ने यह मैच 1 विकेट से जीत लिया।
#2 भारत बनाम श्रीलंका, 825 रन (राजकोट, 2009)
भारत और श्रीलंका के बीच राजकोट में खेले गए पहले वनडे मैच में दोनों टीमों के टोटल मिलाकर कुल 825 रन बने। कुमार संगकारा ने पहले टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। भारतीय टीम की तरफ से वीरेंदर सहवाग ने बेहतरीन 146 रनों की पारी खेली, वहीँ तेंदुलकर और धोनी की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत भारत ने 50 ओवर में 414 रन बनाये।
इसके जवाब में श्रीलंका की तरफ से दिलशान ने 160 रनों की जबरदस्त पारी खेली। थरंगा और संगकारा ने भी अर्धशतक लगाए लेकिन अंतिम ओवर में श्रीलंका की टीम 11 रन नहीं बना पायी और भारत यह मैच 3 रन से जीत गया।
#3 वेस्टइंडीज बनाम इंग्लैंड, 807 रन (ग्रेनेडा, 2019)
वेस्टइंडीज के ग्रेनेडा में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए चौथे वनडे मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीत कर गेंदबाजी चुनी। इंग्लैंड के ओपनर्स ने अर्धशतकीय पारियां खेल वेस्टइंडीज के इस निर्णय को गलत साबित कर दिया। इसके बाद मोर्गन और बटलर ने शतक लगाकर इंग्लैंड को 50 ओवरों में 418 रन का स्कोर खड़ा करने में मदद की।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज़ की तरफ से गेल ने मात्र 97 गेंद पर 162 रन बना डाले। गेल के आउट होने के बाद ब्रावो और ब्रैथवेट ने अर्धशतक जमाये मगर वेस्टइंडीज की टीम मुकाबला जीतने में सफल नहीं रही।
#4 इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड, 763 रन (ओवल, 2015)
इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच 2015 में खेली गयी वनडे सीरीज के दूसरे मैच में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी। गप्टिल और मैकलम ने अच्छी शुरुआत दिलाई। इन दोनों के आउट होने के बाद टेलर और विलियमसन की साझेदारी ने न्यूजीलैंड को 50 ओवर में 398 रन बनाने में मदद की। टेलर ने 119 और विलियमसन ने 93 रन की पारी खेली। बारिश की वजह से इंग्लैंड को 46 ओवर में 379 रन का लक्ष्य मिला।
इंग्लैंड की तरफ से हेल्स और मोर्गन ने अर्धशतकीय पारियां खेली। आखिर में प्लंकेट और राशिद ने कुछ उम्मीदें बँधायी लेकिन दोनों इंग्लैंड को जीत नहीं दिला सके और न्यूजीलैंड ने 13 रन से मैच जीत लिया।
#5 भारत बनाम इंग्लैंड, 747 रन (कटक, 2017)
भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे वनडे में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर फील्डिंग चुनी। भारत ने शुरू में जल्दी विकेट खो दिए और इसके बाद युवराज और धोनी की जोड़ी ने भारत के लिए शानदार पारियां खेली। युवराज ने 150 तथा धोनी ने 134 रन बनाये। इन दोनों की शतकीय पारियों की बदौलत भारत ने 50 ओवर में 381 रन बनाये।
जवाब में इंग्लैंड की तरफ से मोर्गन ने शतक लगाया तथा जेसन रॉय और मोईन अली ने अर्धशतकीय पारियां खेली। इंग्लैंड एक समय जीत की तरफ था लेकिन अंत में वो मैच फिनिश नहीं कर पाए और 15 रन से हार गए।