जब कोई टीम मैच खेलने के लिए मैदान पर उतरती है तो टीम के सभी 11 खिलाड़ियों को अपना बेस्ट प्रदर्शन करना होता है। मैच में कुछ खिलाड़ी बल्ले के जरिये तो कई खिलाड़ी गेंदबाजी के जरिये टीम की जीत में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन मैच के दौरान कुछ ऐसे खिलाड़ी भी रहते हैं जो मैच के दौरान हर विभाग में फ्लॉप साबित होते हैं।
वहीं कुछ भाग्यशाली खिलाड़ी बल्ले के साथ गेंदबाजी करते हुए भी शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत के हीरो बन जाते हैं। ऐसा ही प्रदर्शन भारत की ओर से वनडे में पांच खिलाड़ियों ने किया हुआ है। इस आर्टिकल में हम उन 5 भारतीय खिलाड़ियों की बात करेंगे जिन्होंने वनडे में चार विकेट लेने के साथ अर्धशतक भी लगाया है।
5 भारतीय खिलाड़ी जिन्होंने वनडे में चार या उससे विकेट लेने के साथ अर्धशतक भी लगाया
#5 हार्दिक पांड्या बनाम इंग्लैंड (मैनचेस्टर, 2022)
जुलाई 2022 में इंग्लैंड और भारत के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज का आखिरी मैच ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला गया। इस मैच में ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने उम्दा प्रदर्शन करते हुए भारत को जीत दिलाने में अहम योगदान दिया। गेंदबाजी करते हुए पांड्या ने सात ओवरों में महज 24 रन खर्च करते हुए इंग्लैंड के 4 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया।
वहीं बल्लेबाजी करते हुए पांड्या ने ऋषभ पंत के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 133 रन जोड़े। इस साझेदारी की बदौलत भारत ये मैच जीतने में कामयाब रहा। अपनी इस पारी में दाएं हाथ के ऑलराउंडर ने 55 गेंदों पर 71 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली थी। इस मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को पांच विकेट से मात दी थी।
#4 युवराज सिंह बनाम इंग्लैंड (इंदौर, 2008) और आयरलैंड (बेंगलुरु, 2011)
'सिक्सर किंग' यानी कि युवराज सिंह ने अपने वनडे करियर में दो बार ये कारनामा किया। नवंबर 2008 में इंग्लैंड के विरुद्ध खेले मुकाबले में युवराज ने बल्लेबाजी करते हुए 118 रनों की शतकीय पारी खेली थी, गेंदबाजी करते हुए भी युवी लय में दिखाई दिए और 28 रन देते हुए 4 विकेट अपने नाम किये थे।
वहीँ 2011 वर्ल्ड कप में आयरलैंड के विरुद्ध युवी ने पांच विकेट लेने के साथ बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 50 रन बनाये थे।
#3 सौरव गांगुली बनाम श्रीलंका (नागपुर, 1999) और जिम्बाब्वे (कानपुर, 2000)
मार्च 1999 में भारत और श्रीलंका के बीच गए एकदिवसीय मैच में सौरव गांगुली ने नाबाद 130 रन बनाये थे और गेंदबाजी करने के दौरान 21 रन देकर 4 विकेट हासिल किये थे।
गांगुली ने कुछ ऐसा ही कारनामा अपने वनडे करियर में दूसरी बार जिम्बाब्वे के खिलाफ खेलते हुए 2000 में किया था। गांगुली ने 34 रन देकर 5 विकेट झटके थे। बल्लेबाजी करते हुए गांगुली नाबाद 71 रन बनाकर लौटे।
#2 सचिन तेंदुलकर बनाम ऑस्ट्रेलिया (ढाका, 1998)
अक्टूबर 1998 में विल्स इंटरनेशनल कप के तीसरे क्वालीफायर मुकाबले में भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीम आमने-सामने थी। ढाका में खेले गए इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सचिन तेंदुलकर द्वारा खेली 141 रनों की शतकीय पारी की मदद से निर्धारित 50 ओवरों में 307/8 का स्कोर खड़ा किया था।
जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 48.1 ओवरों में 263 रनों पर ऑल आउट हो गई थी। तेंदुलकर ने गेंदबाजी के दौरान 9.1 ओवरों में 38 रन देकर 4 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई थी।
#1 कृष्णमाचारी श्रीकांत बनाम न्यूजीलैंड ( विशाखापट्टनम, 1988)
दिसंबर 1988 में भारतीय टीम और न्यूजीलैंड के बीच पांच मैचों की वनडे सीरीज का पहला मैच विशाखापट्टनम में खेला गया था। इस मैच में टीम इंडिया ने कीवी टीम को 4 विकेट से शिकस्त देते हुए जीत दर्ज की थी। मुकाबले में न्यूजीलैंड ने पहले बैटिंग करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में 9 विकेट के नुकसान पर 196 रन बनाये थे। श्रीकांत ने घातक गेंदबाजी करते हुए 27 रन खर्च करते हुए 5 सफलताएं हासिल की थी।
वहीं जब वो बल्लेबाजी करने उतरे तब भी उन्होंने उम्दा बल्लेबाजी करते हुए 87 गेंदों पर 70 रनों की अहम पारी खेलते हुए टीम की जीत में अहम योगदान दिया था। अपनी इस पारी में उन्होंने आठ चौके लगाए थे।