Ashwin Slams Ben Stokes For Manchester Test Draw Controversy: मैनचेस्टर टेस्ट का आखिरी दिन चर्चा का विषय रहा। पांचवें दिन भारत की तरफ से केएल राहुल और कप्तान शुभमन गिल के आउट होने के बाद, रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर की जोड़ी ने डटकर मुकाबला किया और इंग्लैंड को निराशा देते हुए मैच बचा लिया। हालांकि, इस दौरान इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने जडेजा और सुंदर को मैच जल्दी ड्रॉ करने के लिए भी पूछा, लेकिन इन दोनों ने इनकार कर दिया। इससे स्टोक्स थोड़ा खफा नजर आए। इस मामले को लेकर दिग्गज भारतीय स्पिनर आर अश्विन ने जड्डू और सुंदर का बचाव किया और इंग्लैंड पर डबल स्टैंडर्ड का आरोप लगाया है।दरअसल, भारत ने अपनी दूसरी पारी में 143 ओवर बल्लेबाजी की और फिर ड्रॉ के लिए हाथ मिलाया। जबकि इससे पहले बेन स्टोक्स ने 138वें ओवर की समाप्ति के बाद रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर से ड्रॉ का अनुरोध स्वीकार करने को पूछा और हाथ मिलाने के लिए गए। हालांकि, जड्डू ने इनकार कर दिया और कहा कि यह फैसला हमारे हाथ में नहीं है। इसके बाद स्टोक्स को गुस्सा आ गया और उन्होंने कुछ तीखे कमेंट भी भारतीय बल्लेबाजों पर बोले। हालांकि, इसका कोई खास असर नहीं दिखा और जडेजा-सुंदर की जोड़ी ने अपने-अपने शतक पूरे किए।अश्विन ने लगाई इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की क्लासइस घटना की चर्चा काफी ज्यादा हो रही है और इस पर रविचंद्रन अश्विन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। अपने यूट्यूब चैनल पर अश्विन ने कहा,"क्या आपने दोहरे मापदंड जैसा कोई शब्द सुना है? पिछले दस मिनट में तस्वीरों में दोहरे मापदंड की परिभाषा दिखाई गई है। मुझे पता है कि आप अपनी हताशा जाहिर कर सकते हैं – आप मैच नहीं जीत सकते, आप अपने खिलाड़ियों से लड़ सकते हैं, आप अपना हेलमेट इधर-उधर फेंक सकते हैं, मैच के बाद आप दीवार पर मार सकते हैं, आप बोतलें फेंक सकते हैं, आप बॉक्सिंग कर सकते हैं, आप कुछ भी कर सकते हैं – और कृपया, करिए। लेकिन जब वे दोनों शतक के करीब हैं तो आप हाथ मिलाकर उन्हें भी खुश नहीं होने देना चाहते।"अश्विन ने आगे कहा,"स्टोक्स ने जडेजा से कहा कि हैरी ब्रूक के खिलाफ शतक बनाना चाहते हो? नहीं भाई, वो शतक बनाना चाहता है। स्टीव हार्मिसन को लाओ, फ्लिंटॉफ को लाओ - क्या उसने तुम्हें रोका था? तुम ब्रूक को गेंदबाजी करने के लिए कह रहे हो - ये तुम्हारी गलती है, हमारी नहीं। स्टोक्स के जल्दी ड्रॉ कराने के प्रस्ताव को ठुकराने के बाद भारत को अंतिम घंटे में बल्लेबाजी करने का पूरा अधिकार था। काश भारत बाकी 15 ओवर भी बल्लेबाजी करता। आइए पहले नियम समझते हैं। नियम क्या है? अगर दोनों कप्तान इस बात पर सहमत होते हैं कि खेल किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकता, तो वे अनिवार्य ओवरों के बाद हाथ मिला सकते हैं और इसे ड्रॉ घोषित कर सकते हैं। एक कप्तान खेल को रोकना चाहता था। क्यों? दो कारण: वह अपने गेंदबाजों को थकाना नहीं चाहता था। समझ में आता है। दूसरा, मैं निराश हूँ। मैं खुश नहीं हूं, इसलिए तुम्हें भी खुश नहीं होना चाहिए - शतक मत बनाओ।"बता दें कि मैनचेस्टर में ड्रॉ को लेकर हुई कंट्रोवर्सी में इंग्लैंड के कई दिग्गजों ने भारत का पक्ष लिया है। पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक और तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने पूरी तरह टीम इंडिया को इस मामले में सही ठहराया है।