क्रिकेट के सबसे कठिन फॉर्मेट माने जाने टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजों के लिए रन बनाना खासा मुश्किल होता है। इस प्रारूप में बल्लेबाजों के पास पर्याप्त समय और गेंदे होती है लेकिन रन बनाने के लिए एकाग्र होकर और धैर्य से बल्लेबाजी करनी होती है। पिछले कई सालों से क्रिकेट के हर प्रारूप में विकेटकीपर की बल्लेबाजी का भी महत्त्व बढ़ा है। अब हर टीम यही कोशिश करती है कि वह टेस्ट मैचों में ऐसे विकेटकीपर को खिलाये जो विकेटकीपिंग के साथ-साथ मध्यक्रम में आकर उपयोगी रन भी बना सके।
ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट, श्रीलंका के कुमार संगकारा और भारत के महेंद्र सिंह धोनी इन सभी ने अपनी बल्लेबाजी से काफी योगदान दिया है और विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका को नई पहचान दी है। किसी भी बल्लेबाज के लिए वैसे तो टेस्ट मैच की हर पारी में बल्लेबाजी मुश्किल मानी जाती है लेकिन अगर बात चौथी पारी की हो यह काम और मुश्किल हो जाता है। चौथी पारी में पिच खराब होने लगती है और स्पिनर भी पिच के स्पॉट का फायदा उठाते हैं और तेज गेंदबाज भी रिवर्स स्विंग से खासा परेशान करते हैं। ऐसी परिस्थियों में रन बनाना मुश्किल होता है।
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इस आर्टिकल में हम टेस्ट मैच की चौथी पारी में भारतीय विकेटकीपरों के द्वारा बनाये गए टॉप 3 व्यक्तिगत स्कोर के बारे में चर्चा करेंगे।
टेस्ट मैच की चौथी पारी में भारतीय विकेटकीपरों के द्वारा बनाये गए टॉप 3 व्यक्तिगत स्कोर
#3 एमएस धोनी (76*) बनाम इंग्लैंड, 2007
पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी के नाम भले ही टेस्ट मैचों में विदेशी सरजमीं पर शतक ना दर्ज हो लेकिन उन्होंने घर के बाहर कई शानदार पारियां खेली हैं और उन्हीं में से इंग्लैंड के खिलाफ 2007 में पहले टेस्ट में खेली गयी नाबाद 76 रन की पारी भी है। इस मैच में धोनी पहली पारी में शून्य पर आउट हुए थे लेकिन दूसरी पारी में पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिलकर भारत के लिए चौथी पारी में शानदार तरीके से बल्लेबाजी की और मैच ड्रॉ करवाया। धोनी ने 159 गेंदों में नाबाद 76 रन बनाये थे।