IND vs NZ, 1st Test: बेंगलुरु टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले दो तीन दिन काफी ज्यादा पीछे दिख रही भारतीय टीम ने चौथे दिन तक गजब की वापसी कर ली है। वैसे तो भारत की वापसी तीसरे दिन के अंत तक ही दिखने लगी थी, लेकिन चौथे दिन का पहला सेशन पूरी तरह भारत के नाम रहा। इस सेशन में भारत ने बिना विकेट गंवाए 113 रन बना डाले और न्यूजीलैंड की बढ़त को केवल 12 रन ही बची है। सरफराज खान के पहले इंटरनेशनल शतक और ऋषभ पंत के अर्धशतक के बाद बारिश ने भारत को राहत दिलाई है।
लंच होने से ठीक पहले आई बारिश के कारण खेल को रोकना पड़ा। बारिश रूकने के बाद चिन्नास्वामी में मैच शुरू कराने में अधिक समय नहीं लगता है। हालांकि, मौसम के लिहाज से बारिश का आना-जाना लगा रह सकता है और ऐसे में भारत को ही लाभ मिलता रहने वाला है।
भारत को बनाना होगा इतिहास
भारत को यदि यह मैच बचाना है तो उन्हें इतिहास रचना होगा। टेस्ट क्रिकेट में पहली पारी में 50 या उससे कम के स्कोर पर ऑल आउट होने के बाद केवल ऑस्ट्रेलिया ही इकलौती ऐसी टीम है जो मैच बचाने में सफल रही है। हालांकि, यह आज से 122 साल पहले हुआ था। ऑस्ट्रेलिया ने 1902 में इंग्लैंड के खिलाफ 36 रन पर सिमटने के बाद मैच को ड्रॉ कराया था।
बेंगलुरु टेस्ट में भारत ने भी इतिहास बनाने की ओर मजबूती से कदम बढ़ाए हैं। तीसरे दिन की शुरुआत में चार विकेट निकालने के बाद टिम साउदी और रचिन रवींद्र की शतकीय साझेदारी ने भारत को मैच से बाहर करने की पटकथा तैयार कर दी थी। हालांकि, दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाज बदले हुए अंदाज के साथ बल्लेबाजी करते नजर आए। कप्तान रोहित शर्मा के अर्धशतक ने टोन सेट करने का काम किया तो वहीं युवा सरफराज खान के काउंटर अटैक ने कीवी टीम को बैकफुट पर धकेला। चौथे दिन सरफराज को ऋषभ पंत का साथ मिला जो खुद आक्रामक क्रिकेट खेलते हैं। इन दो युवाओं ने मिलकर कीवी टीम को रक्षात्मक फील्ड लगाने पर मजबूर कर दिया है। बारिश और भारतीय बल्लेबाजों के इंटेंट ने इस मैच में जान डाल दी है।