क्रिकेट विश्व कप 2019 अब खत्म हो चुका है और हर बार की तरह ही इस बार का टूर्नामेंट भी रोमांच से भरपूर रहा। टूर्नामेंट के दौरान दर्शकों को कई रोमांचक और नाखून चबाने वाले मुकाबले देखने को मिले और विश्वकप के इतिहास में पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल मैच ने भी टाई होकर और सुपर ओवर के जरिए कमाल का रोमांच पैदा किया और इतिहास बना दिया। टूर्नामेंट के दौरान कुछ प्रशंसकों के दिल टूटे, तो कुछ ने जश्न मनाया। वहीं हमें कुछ ऐसे लम्हें देखने को मिले, जिन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
# कार्लोस ब्रैथवेट की यादगार पारी
कार्लोस ब्रैथवेट अहम मौकों पर हमेशा यह जता देते हैं, कि वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के असली हीरो वही हैं। फिर चाहे वेस्टइंडीज को 2016 में टी20 विश्व कप जिताने की बात हो, या फिर विश्व कप 2019 के दौरान न्यूजीलैंड के गेंदबाजों की जमकर पिटाई करने की बात हो। इस टूर्नामेंट के दौरान न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच मैच के दौरान एक समय पर जब विंडीज का स्कोर 164 रन पर 7 विकेट हो गया था और पूरी टीम लाचार नजर आ रही थी, उसी समय कार्लोस ब्रैथवेट ने 82 गेंदों पर 101 रनों की धुंआधार पारी खेली, हालांकि वह अपनी टीम जीत नहीं दिला सके। फिर भी उनकी यह पारी विश्व कप इतिहास की शानदार पारियों में हमेशा याद की जाएगी।
# राशिद खान का सबसे बुरा समय
विश्व कप 2019 तो बीत गया लेकिन राशिद खान टूर्नामेंट में इंग्लैंड के खिलाफ अपनी गेंदबाजी स्पेल को शायद कभी न भूल सकें, जिसमें उन्होंने मात्र 9 ओवर में 110 रन लुटाए थे और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान इयोन मॉर्गन ने जमकर छक्कों की बरसात की थी। उन्होंने इस युवा प्रतिभाशाली गेंदबाज के स्पेल में कुल 11 छक्के जड़े थे और पूरे मैच में वनडे क्रिकेट मैच में सर्वाधिक 17 छक्के मारने का रिकॉर्ड भी बनाया था।
विकेट पर लगी बेल्स का रहस्य
इस टूर्नामेंट में विकेट के ऊपर ऐसी बेल्स का इस्तेमाल किया गया था, जो कि टूर्नामेंट के दौरान पांच बार गेंद स्टंप से टकराने के बाद भी नहीं गिरी। जिसके बाद इस पर सवाल खड़े हो गए थे, क्योंकि यह गेंदबाजों को निराश करने वाली बात थी। यही नहीं विराट कोहली और आरोन फिंच समेत कई खिलाड़ियों ने इन्हें बदलने की बात भी कही थी लेकिन आईसीसी ने यह मांग ठुकरा दी थी।
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एमएस धोनी का रन आउट
विश्व कप 2019 अब इतिहास बन चुका है लेकिन भारतीय प्रशंसकों समेत अन्य देशों के लोग भी इस बात को नहीं भूल पाएंगे कि धोनी न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में रनआउट हो गए थे और शायद यही वजह भी रही कि भारत यह मैच हार गया और टूर्नामेंट से बाहर हो गया। एक समय पर जब भारत का स्कोर 92 रन पर 6 विकेट हो गया था, तो उसके बाद रविंद्र जडेजा और धोनी ने मिलकर 100 से भी ज्यादा रनों की साझेदारी की और टीम को जीत के करीब ले गए लेकिन मार्टिन गप्टिल के थ्रो ने धोनी को अहम मौके पर रनआउट कर दिया।
‘बैट ऑफ गॉड’ का मामला
विश्व कप 2019 के दौरान हमें कई रोमांचक मुकाबले देखने को मिले लेकिन सबसे रोमांचक मुकाबला टूर्नामेंट का फाइनल मैच था, जहां न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच पहले मैच टाई हुआ और उसके बाद दोनों के बीच सुपर ओवर भी टाई हो गया और आईसीसी के नियम के मुताबिक अपनी पारी में सबसे ज्यादा बाउंड्री लगाने वाली टीम विश्व विजेता बन गई।
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हालांकि इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच जो मैच टाई हुआ था, वह शायद न होता, अगर इंग्लैंड को "बैट ऑफ गॉड" न मिला होता। दरअसल जब इंग्लैंड न्यूजीलैंड के स्कोर का पीछा कर रहा था, उस दौरान बेन स्टोक्स बल्लेबाजी कर रहे थे। वह ट्रेंट बोल्ट के अंतिम ओवर में एक यॉर्कर गेंद पर मिड विकेट की तरफ प्रहार करके रनिंग के लिए दौड़े, वह उस एक रन को दो रन में तब्दील करना चाहते थे।
हालांकि गेंद धोनी को रनआउट करने वाले मार्टिन गप्टिल के हाथों में थी, फिर भी स्टोक्स ने रिस्क लिया और दूसरा रन लेने के लिए भागे। जब गप्टिल ने गेंद विकेट की तफ फेंकी, तो वह कीपर के हाथ में न आकर बेन स्टोक्स के बल्ले में लग गई और इस तरह से इंग्लैंड को एक अतिरिक्त बाउंड्री मिल गई, जो कि न्यूजीलैंड के लिए हार का सबसे बड़ा कारण बन गया। इस "बैट ऑफ गॉड" को शायद ही न्यूजीलैंड विश्व कप क्रिकेट टीम के खिलाड़ी कभी भूल सकें।