AS रोमा पहुंची यूरोपा कॉन्फ्रेंस लीग के फाइनल में, मैनेजर होजे मोरिन्हो फूट-फूटकर रोए

टैमी अब्राहम (बाएं) के गोल ने रोमा को फाइनल में पहुंचाया। आंसू बहाते कोच मोरिन्हो (दाएं)।
टैमी अब्राहम (बाएं) के गोल ने रोमा को फाइनल में पहुंचाया। आंसू बहाते कोच मोरिन्हो (दाएं)।

यूरोपियन क्लब फुटबॉल के बेहतरीन कोच / मैनेजर में गिने जाने वाले होजे मोरिन्हो अपने इटली के क्लब AS रोमा के यूरोपा कॉन्फ्रेंस लीग के फाइनल में पहुंचने पर बीच मैदान में रोने लगे। रोमा ने सेमीफाइनल के दूसरे लेग में लाइचेस्टर पर 1-0 से जीत दर्ज कर एग्रीगेट में 2-1 से आगे रहते हुए मुकाबला अपने नाम किया और अब टीम 25 मई को अल्बानिया में होने वाले फाइनल में फेयेनूर्ड के खिलाफ खेलने को तैयार है। मैच का इकलौता गोल टैमी इब्राहिम ने 11वें मिनट में किया और पहले लेग में 1-1 से ड्रॉ रहे मैच के बाद दूसरे लेग में उनका ये गोल निर्णायक साबित हुआ।

रोमा को इटली के सबसे बड़े क्लब्स में गिना जाता है। लाखों की तादात में फैंस वाले इस क्लब के पास प्रतिष्ठित कॉन्फ्रेंस लीग का टाइटल पहली बार जीतने का सुनहरा मौका है। टीम की जीत के बाद मोरिन्हो से जब उनके आंसुओं पर सवाल पूछे गए तो उन्होंने बताया कि जिस आकार का ये क्लब और उसकी फैन फोलोइंग है, उस हिसाब से क्लब के पास ट्रॉफी नहीं हैं। और ऐसे में ये जीत और फाइनल में खेलने का ये मौका टीम के लिए वाकई काफी बड़ी उपलब्धि है। रोमा की टीम 31 सालों में पहली बार किसी यूरोपियन चैंपियनशिप के फाइनल में खेलेगी। साल 1991 में टीम ने आखिरी बार UEFA कप (यूरोपा लीग) का फाइनल खेला था जहां इंटर मिलान ने उसे हराया था।

रोमा का सेमीफाइनल मैच देखने के लिए करीब 65 हजार फैंस होम ग्राउंड पर मौजूद थे।
रोमा का सेमीफाइनल मैच देखने के लिए करीब 65 हजार फैंस होम ग्राउंड पर मौजूद थे।

पिछले साल मई में मोरिन्हो ने रोमा की बागडोर संभाली थी। चेल्सी, मैनचेस्टर यूनाईटेड, और आखिरी में टॉटनहैम के कोच रहे मॉरिन्हो ने यूरोपीय फुटबॉल की तीसरी सबसे बड़ी लीग में टीम को पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। चैंपियंस लीग और यूरोपा लीग के बाद नेशनल लीग से बची टीमों को UEFA यूरोपा कॉन्फ्रेंस लीग में खेलने का मौका मिलता है।

Edited by Prashant Kumar