दिन के सबसे हाई वोल्टेज मुकाबले में पुर्तगाल और स्पेन के बीच मैच 3-3 से ड्रॉ रहा। रीयाल मैड्रीड के स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने जहां हैट्रिक गोल दागे वहीं स्पेन की तरफ से डियेगो कोस्ट ने दो और नाचो ने एक गोल किया। गोल के मामले में मैच के पहले हॉफ में जहां पुर्तागाल हावी रहा वहीं दूसरे हाफ में स्पेन ने शानदार खेल दिखाते हुए जोरदार वापसी की। इससे पहले पुर्तगाल ने बेहतरीन शुरूआत की। उसके क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने तीसरे मिनट में ही मिली पेनाल्टी को भुनाकर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया। स्पेन के लिए यह गोल आघात की तरह था। रोनाल्डो स्पेन के गोलकीपर को चकमा देकर गोल करने में सफल रहे। रोनाल्डो चौथे विश्व कप में गोल करने के मामले में उवे सीलर, पेले और मिरोस्लाव क्लोस के बाद चौथे खिलाड़ी बन गए। स्पेन के जिर्यो बुस्केट्स इस मैच में पीला कार्ड पाने वाले पहले खिलाड़ी बने। हालांकि पुर्तगाल की खुशी ज्यादा देर नहीं टिकी और डिएगो कोस्टा ने 24वें मिनट में गोल दागकर स्पेन को 1-1 से बराबरी दिलाई। दो डिफेंडरों को छकाने के बाद लंबी दूरी से उनका शॉट गोलकीपर को छकाता हुआ बाएं छोर से गोल पोस्ट मे पहुंच गया। हालांकि वही हुआ जिसका इंतजार स्टेडियम में बैठे दर्शकों को था। रोनाल्डो ने दूसरा गोल दागा और पुर्तगाल 2-1 से बढ़त लेने में सफल रहा। वहीं दूसरे हाफ में पुर्तगाल बढ़त बनाए रखने की कोशिश के साथ मैदान पर उतरा। हालांकि गोल को छोड़कर गेंद की बात करें तो वास्तविकता में पहले हाफ के ज्यादातर समय में स्पेन का दबदबा रहा। 55वें मिनट में कोस्टा एक और शानदार गोल किया। इसके बाद मैच के 58वें मिनट में नाचो ने स्पेन के लिए गोल दागा और उसे 3-2 से आगे कर दिया। नाचो को डी के टॉप पर गेंद मिली और उन्होंने जो करारी किक लगाई वो गोलपोस्ट में लगकर दूसरे हिस्से में गई। नाचो का अपने देश के लिए यह पहला गोल था। हालांकि मैच के अंतिम क्षण में पुर्तगाल को फ्री किक मिला। मैच में जब चार मिनट का खेल शेष रह गया था रोनाल्डो ने शानदार तरीके से गोल किया औऱ अपनी टीम को हार से बचा लिया। यह उनका हैट्रिक गोल था और मैच 3-3 की बराबरी पर छूटा।
जोस जिमेनेज के 90वें मिनट में किए गए गोल की मदद से उरुग्वे ने मिस्र को फीफा विश्व कप मुकाबले में 1-0 से हरा दिया। मिस्र की टीम इस मैच में मोहम्मद सालाह के बिना उतरी थी। उरुग्वे ने पूरे मैच में बेहतरीन डिफेंस का परिचय दिया। हालांकि मिडफील्ड में अनुभव की कमी साफ नजर आ रही थी। ड्रॉ की ओर बढ़ते इस मैच के दूसरे हाफ में उरुग्वे ने विपक्षी पर दबाव बनाया। इसका फायदा जिमेनेज के गोल के रूप में टीम को मिला। इससे पहले आठवें मिनट में कवानी को गोल का बेहतरीन अवसर मिला लेकिन मिस्र के गोलकीपर मोहम्मद एल शेनवाई ने शानदार तरीके से इसे बचा लिया। मैच के 23वें मिनट में भी एक मौका बना लेकिन टीम इसे गोल में बदलने में नाकाम रही। दूसरे हाफ के 49वें मिनट में मिस्र के खिलाड़ी तारेक हामेद को पैर में चोट लग गई और उनके स्थान पर सैम मोर्सी को मैदान पर उतारा गया। पहले हाफ में गोल के कई मौके गंवाने वाले सुआरेज 73वें मिनट में विरोधी के गोल पोस्ट तक पहुंचे लेकिन शेनवाई ने एक बार फिर उन्हें निराश किया। मिस्र के खिलाड़ियों को 80वें मिनट में बेहतरीन अवसर मिला लेकिन मुसलेरा का शॉट गोल पोस्ट के ऊपर से निकल गया। नीरस दिख रहे इस मैच में आखिरकार निर्णायक गोल उरुग्वे के खिलाड़ी ने दागा। मैच के 90वें मिनट में सांचेज ने फ्री किक पास किया जिसे जिमेनेज ने सिर से मारकर विपक्षी के गोल पोस्ट तक पहुंचाया। इंजरी टाइम में दोनों टीमों में से कोई गोल नहीं कर पाया और उरुग्वे ने 2018 विश्व कप की शुरुआत जीत के साथ की। मैच शुरू होने के आधे घंटे बाद जब स्टेडियम पर लगी स्क्रीन पर सालाह को साथियों से बेंच पर बात करते दिखाया गया तो तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा मैदान गूंजने लगा। मिस्र के कोच हेक्टर कूपर ने हालांकि गुरुवार को कहा था कि सालाह चोट से उबर चुके हैं और यह मैच खेलेंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अब टीम दुआ कर रही होगी कि रूस के खिलाफ करो या मरो के मैच में सालाह मैदान पर उतरें।
मैच के आखिरी मिनटों में मोरक्को के अजीज बोहादोज के आत्मघाती गोल की बदौलत ईरान ने पहले मैच में 1-0 से जीत दर्ज की। दिन का दूसरा मैच लगातार गोलरहित ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था तभी बोहादोज ने इंजुरी टाइम में गलती कर डाली जो मोरक्को पर भारी पड़ गई। बोहादोज गोल के पास ईरानी स्ट्राइकर का शॉट बचाने के लिए दौड़े थे लेकिन उनका हेडर अपने गोल के भीतर ही चला गया। इससे पहले हाफ में मोरक्को का प्रदर्शन उम्दा रहा और ईरान को कोई मौके नहीं मिला। बीस साल बाद विश्व कप खेल रही मोरक्को की टीम क्वालीफायर में ईरान की तरह अपराजेय रही थी।