जापान की टीम ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में हो रहे फीफा महिला फुटबॉल विश्व कप के क्वार्टर-फाइनल में पहुंच गई है। साल 2011 की चैंपियन जापानी टीम ने 1995 की विजेता नॉर्वे की टीम को 3-1 से हराते हुए अंतिम-8 में जगह बनाई। 2019 के पिछले विश्व कप संस्करण में जापानी टीम राउंड ऑफ 16 से आगे नहीं बढ़ पाई थी, ऐसे में इस बार का परिणाम थोड़ी राहत देने वाले जरूर है।
इनके अलावा स्पेनिश टीम भी क्वार्टरफाइनल में पहुंच गई है। स्पेन ने स्विट्जरलैंड पर 5-1 से बड़ी जीत दर्ज की और पहली बार अंतिम-8 में पहुंचने में सफल रही। स्पेन का मुकाबला 11 अगस्त को न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में होने वाले क्वार्टर-फाइनल में पिछली बार की उपविजेता नीदरलैंड्स से होगा। डच टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 2-0 से मात देते हुए क्वार्टर-फाइनल में प्रवेश किया।
अब अन्य नॉकआउट मुकाबलों में 6 अगस्त को गत विजेता संयुक्त राज्य अमेरिका का सामना स्वीडन से होगा। 7 अगस्त को मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम और डेनमार्क के बीच मैच होगा। इसी दिन अंतिम-16 के मैच में इंग्लैंड और नाईजीरिया के बीच भी भिड़ंत होगी। 8 अगस्त के दिन फ्रांस का मुकाबला मोरक्को से होगा जबकि आखिरी नॉकआउट मैच में कोलंबिया और जेमेका की टीमें आमने-सामने होंगी।
मिल सकता है नया विजेता
यह महिला फुटबॉल विश्व कप का 9वां संस्करण है। पहली बार दो देश मिलकर इस प्रतियोगिता का आयोजन कर रहे हैं। अमेरिकी टीम सर्वाधिक चार बार विश्व कप का खिताब जीत चुकी है। यह चारों खिताब अमेरिका ने 1991, 1999, 2015 और 2019 में जीते हैं। जर्मनी ने 2 बार (2003 ,2007), नॉर्वे (1995) और जापान (2011) ने एक-एक बार विश्व विजेता की ट्रॉफी हासिल की है। इस बार जर्मनी की टीम नॉकआउट तक नहीं पहुंची है। हालांकि अमेरिका, जापान और नॉर्वे के रूप में तीनों पूर्व चैंपियन अंतिम-16 में पहुंची, लेकिन जापान ने नॉर्वे को बाहर कर दिया है।