U-17 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप की मेजबानी को तैयार भारत, 16 टीमों के बीच वर्चस्व की लड़ाई

भारत को पहली बार इस प्रतियोगिता की मेजबानी करने और इसमें भाग लेने  का मौका मिला है।
भारत को पहली बार इस प्रतियोगिता की मेजबानी करने और इसमें भाग लेने का मौका मिला है

फीफा अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप का आगाज 11 अक्टूबर से भारत में होने जा रहा है। मेजबान देश समेत कुल 16 टीमें इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में भाग लेंगी। हर दो साल में होने वाली इस प्रतियोगिता का ये सातवां संस्करण है। टूर्नामेंट का आयोजन पहले साल 2020 में होना था लेकिन कोविड-19 संक्रमण के कारण इसे स्थगित किया गया।

सभी 16 टीमों को 4-4 के कुल चार ग्रुपों में बांटा गया है -

1) ग्रुप A - भारत, यूएसए, मोरक्को, ब्राजील

2) ग्रुप B - जर्मनी, नाईजीरिया, चिली, न्यूजीलैंड

3) ग्रुप C - स्पेन, कोलंबिया, मेक्सिको, चीन

4) ग्रुप D - जापान, तंजानिया, कनाडा, फ्रांस

भुवनेश्वर (ओडिशा) के कलिंगा स्टेडियम, मारगोआ (गोवा) के पंडित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम और नवी मुंबई (महाराष्ट्र) के डीवाई पाटिल स्टेडियम में मुकाबले खेले जाएंगे। 11 अक्टूबर को ग्रुप ए में मोरक्को का सामना ब्राजील से होगा जबकि पहली बार इस प्रतियोगिता का हिस्सा बन रही टीम इंडिया अमेरिका के खिलाफ उतरेगी। वहीं ग्रुप बी में जर्मनी का मुकाबला नाईजीरिया से होगा और चिली की टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलेगी।

हर ग्रुप से टॉप 2 टीमें क्वार्टरफाइनल में प्रवेश करेंगी। 21 अक्टूबर और 22 अक्टूबर को यह मैच गोवा और मुंबई में होंगे। 26 अक्टूबर को दोनों सेमीफाइनल का आयोजन गोवा में होगा जबकि फाइनल और तीसरे स्थान के लिए होने वाले मैच 30 अक्टूबर को खेले जाएंगे।

भारत को दूसरी बार इतने बड़े स्तर का FIFA टूर्नामेंट होस्ट करने का मौका मिला है। इससे पहले साल 2017 में अंडर-17 पुरुष वर्ल्ड कप की मेजबानी भारत को मिली थी। उस टूर्नामेंट के सफल आयोजन की वजह से ही अंडर-17 महिला वर्ल्ड कप की मेजबानी का मौका भारत को दिया गया है। साल 2008 में शुरु हुए इस वर्ल्ड कप को पहली बार उत्तरी कोरिया ने जीता था। इसके बाद दक्षिण कोरिया (2010), फ्रांस (2012), जापान (2014), उत्तर कोरिया (2016) ने खिताब जीते हैं जबकि पिछली बार साल 2018 में स्पेन की टीम विजयी रही थी।