कैंसर किसी को भी हो सकता है लेकिन इसमें स्तन और ओवरी का कैंसर सबसे खतरनाक होता है। अगर आप 30 वर्ष से ऊपर हैं और आपकी सेहत में बदलाव दिखाई दे रहा है तो इसका अर्थ है कि आपको डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए। सेहत सबसे बड़ी नियामत है और अगर आपने अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखा तो आपको इसकी वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। कैंसर के कारण हर साल कई मौतें होती हैं लेकिन अगर सही समय पर चीजों की जाँच हो जाए तो आप हर परेशानी से बच सकते हैं।
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कैंसर के कारण अमूमन दिनचर्या और जीवन को जीने का तरीका बदल जाता है लेकिन अगर आपकी सेहत बेहद खराब है तो आपको जरूरत से ज्यादा परेशानी देखने को मिल सकती है। ऐसे कई लोग हैं जो जेनेटिक रूप से इससे परेशान होते हैं जबकि अन्य के लिए ये सिर्फ एक अवस्था है जिससे काफी पीड़ा देखने को मिलती है। अगर आप खुद को इस परेशानी से बचाना चाहती हैं तो सबसे पहले खुद की सेहत को बेहतर करें और उससे पहले अपने टेस्ट जरूर करवाएं।
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ब्रेस्ट कैंसर को अमूमन 30 साल की उम्र वाली महिलाओं में देखा गया है लेकिन कुछ समय पहले ह्यूमन जेनेटिक्स जर्नल ने इस बात की पुष्टि की थी कि ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण कई बार 20 वर्ष के लोगों में भी देखने को मिलते हैं। इस स्थिति में अगर किसी महिला को ये परेशानी होती है तो उनके परिवार में लोगों का जीन टेस्ट करके ये जानकारी इकठ्ठा की जा सकती है कि क्या किसी इंसान को कैंसर था या उससे जुड़े कोई लक्षण देखने को मिले हैं।
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ब्रेस्ट कैंसर और ओवरी कैंसर को ठीक करने के तरीके
ब्रेस्ट कैंसर को मैमाप्लास्टी, टिशू एक्सपैंशन, टेलीथेरेपी औररेडिएशन थेरेपी के माध्यम से ठीक किया जा सकता है। यहाँ ये ध्यान देना जरूरी है कि इसके लिए कई प्रकार की दवाइयाँ मौजूद हैं और डॉक्टर्स पहले इनके माध्यम से ही सेहत को बेहतर करने का प्रयास करते हैं। अगर इनके माध्यम से कोई सफलता नहीं मिलती है तो डॉक्टर्स अन्य प्रक्रियाओं का इस्तेमाल करते हैं।
कीमोथेरेपी के माध्यम से ओवेरियन कैंसर को ठीक किया जा सकता है। ऐसा नहीं है कि कोई भी बीमारी सिर्फ एक ही तरीके से ठीक हो सकती है और इसलिए ये जरूरी है कि आप अपनी बीमारी के स्टेज को देखें और डॉक्टर से बातचीत करके ये निर्धारित करें कि कौन सा इलाज आपके लिए मददगार होगा।