आजकल ज्यादातर लोग एड़ी के दर्द (Heel Pain) से परेशान हैं, एड़ी में दर्द होने का सबसे बड़ा कारण मोटापा है। मोटापा बढ़ने के कारण हमारा सारा भार एड़ी पर पड़ता है, इसलिए अगर हम मोटापा के शिकार होते हैं, तो एड़ी में दर्द की संभावना काफी बढ़ जाती है। वहीं, एड़ी में दर्द के कई और कारण भी हो सकते हैं, जैसे ऊंचे जूते और सैंडल पहनना, ज्यादा दौड़ना, कैल्शियम की कमी होना, एड़ी में दर्द कई बीमारियों की वजह से भी होता है। लेकिन एड़ी में दर्द होने पर चलना-फिरना मुश्किल हो जाता है। इसलिए अगर आपके भी एड़ी में दर्द की शिकायत है, तो आप कुछ आयुर्वेदिक इलाजों को अपनाकर इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं एड़ी के दर्द को ठीक करने का क्या-क्या आयुर्वेदिक इलाज होते हैं।
एड़ी में दर्द का 5 आयुर्वेदिक इलाज
1- एड़ी में दर्द की शिकायत होने पर अरंडी का तेल (Castor oil) काफी फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि अरंडी का तेल औषधीय गुणों से भरपूर होता है, साथ ही इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण भी मौजूद होता है, इसलिए अगर आप रोजाना अरंडी के तेल से मालिश करते हैं, तो इससे दर्द में काफी आराम मिलता है।
2- एड़ी में दर्द की शिकायत होने पर गर्म पानी और नमक से सिकाई काफी फायदेमंद माना जाता है। इसलिए अगर आप एड़ी के दर्द से परेशान हैं, तो एक बाल्टी गर्म पानी में एक चम्मच नमक मिलाकर पैरों को बाल्टी में रखना चाहिए, जिससे एड़ी की सिकाई हो।
3- एड़ी में दर्द की शिकायत कैल्शियम की कमी के कारण भी होती है। इसलिए एड़ी में दर्द होने पर रोजाना एक गिलास दूध (Milk) का सेवन करना चाहिए। क्योंकि दूध में कैल्शियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है, लेकिन दूध में एक चम्मच घी मिलाकर सेवन करना चाहिए।
4- चित्रक (Chitrak) एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, इसका इस्तेमाल एड़ी में दर्द की शिकायत होने पर काफी फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए चित्रक की जड़ का लेप बनाकर एड़ी पर लगाना चाहिए। इसको लगाने से दर्द की समस्या से छुटकारा मिलता है।
5- एड़ी में दर्द की शिकायत होने पर लौंग के तेल (clove oil) का इस्तेमाल करना चाहिए। लौंग के तेल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होता है, जो किसी भी प्रकार के दर्द को कम करने में मददगार साबित होता है। इसके लिए लौंग के तेल से एड़ियों पर मालिश करनी चाहिए।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।