आज के समय में थकान और कमजोरी के कई कारण हो सकते हैं। जिनमे मुख्य कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी और खून की कमी होना होता है। आपको बता दें कि शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह सही ढंग से ना होने पर या कि ऑक्सीजन ना मिलने पर थकान और कमजोरी की शिकायत हो सकती है। शरीर में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन ना होने पर शरीर में साँस लेने में समस्या, भारीपन, सांस फूलना और अंदरूनी सूजन जैसी समस्याएं होती हैं। आइये जानते हैं कि शरीर में ऑक्सीन का प्रवाह कैसे बढ़ाएं। इस लेख में आप थकान और कमजोरी के उपचार के लिए आयुर्वेदिक इलाज बताए गए हैं। उपयोग के लिए अपनाएं यह आयुर्वेदिक औषधियां - आंवला पाउडर, मुलेठी चूर्ण, द्राक्षारिष्ट सिरप।
थकान और कमजोरी की आयुर्वेदिक दवा
1. मुलेठी पाउडर (Mulethi Powder)
मुलेठी के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार देखने को मिलता है। इसमें विटामिन A और विटामिन E होता है। इसके साथ कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, सेलेनियम, जिंक आदि का अच्छा स्रोत है। मुलेठी खांसी और कफ दूर करने के लिए और श्वसनतंत्र मजबूत करने में मददगार होती है। उपयोग के लिए, एक चौथाई चम्मच मुलेठी चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर दिन में 2 बार सेवन करें।
2. आंवला पाउडर (Amla Powder)
खाली पेट सुबह आंवला चूर्ण का सेवन करने से पाचनतंत्र और श्वसनतंत्र मजबूत हो जाते हैं। आंवला कब्ज़ और दस्त दूर करने में मदद करता है। इसका कई तरह से सेवन किया जा सकता है। उपयोग के लिए - रात सोने से पहले 1 चम्मच आंवला चूर्ण को 1 गिलास पानी में मिलाकर रख दें। इसे सुबह खाली पेट पिएं।
3. द्राक्षारिष्ट (Daksharisht)
अंगूर को संस्कृत में द्राक्षा के नाम से जाना जाता है। यह औषधि के रूप में द्रारिष्ट कहलाता है। इस टॉनिक में मुख्य रूप में अंगूर का इस्तेमाल होता है। यह थकान और कमजोरी के लक्षणों को दूर करने में मदद करती है और यह खून बढ़ाने और उसे साफ़ रखने में में भी सहायक होती है। एनीमिया की समस्या में भी यह लाभदायक होती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।