Ayurvedic Treatment for kidney problem in hindi: गुर्दा यानी किडनी (kidney) हमारे शरीर का सबसे अहम अंग है। ये शरीर में बनने वाले खराब पदार्थों को फिल्टर कर मूत्रमार्ग के जरिए निकालने में मदद करता है। लेकिन, आजकल की खराब लाइफस्टाइल और खान-पान के चलते अन्य समस्याओं के साथ ही किडनी से भी जुड़ी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। किडनी की फंक्शनिंग खराब होती है तो इससे कई गंभीर बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है। किडनी से जुड़ी बीमारियों के होने पर कुछ लक्षण हैं, जैसे कि- थकान होना, एकाग्रता में कमी, यूरिन करने में दिक्कत, किडनी में तेज दर्द, थकान होना, शरीर में ऊर्जा की कमी आदि। ऐसे में कुछ आयुर्वेदिक इलाज किडनी को साफ करने और टॉक्सिन बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं।
किडनी से जुड़ी समस्या दूर करने के आयुर्वेदिक इलाज - ayurvedic treatment for kidney problems in hindi
पालक (Kidney Ke liye Faydemand hai Palak)
पालक कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है। पालक में एंटीऑक्सीडेंट और कई विटामिन पाए जाते हैं जो किडनी को साफ करने में मदद करते हैं। किडनी से जुड़ी समस्याओं को खत्म करने के लिए पालक का सेवन करना काफी फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, इसका ज्यादा सेवन करने से गुर्दे की पथरी के होने का खतरा अधिक हो जाता है।
नींबू, आलू (Kidney problems are removed by lemon, potato)
किडनी से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए और बचने के लिए नींबू, आलू का रस और हमेशा शुद्ध पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करने से लाभ मिलता है।
खाने के बाद तुरंत करे मूत्र त्याग (Urinate immediately after eating for kidney)
जिन लोगों को किडनी में सूजन की समस्या है उन्हें खाना खाने के तुरंत बाद ही मूत्र त्याग करना चाहिए। ऐसा करने से किडनी की समस्या से तो बचे ही रहेंगे। साथ ही, कमर दर्द, लिवर के रोग, पौरुष ग्रंथि की वृद्धि, गठिया के अलावा कई और बीमारियों से बचे रहेंगे।
बथुआ (Bathua is beneficial for kidney)
बथुआ हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। किडनी की भी समस्याओं से बचने के लिए बथुआ के सेवन करने की सलाह दी जाती है। जिन लोगों को पेशाब करते वक्त कतरा-कतरा आता हो या फिर पेशाब रूक-रूक कर आता है तो उन्हें इसके रस का सेवन करना चाहिए। इससे यह समस्या ठीक हो जाती है।
आलू (Potato is beneficial for kidney related problems)
किडनी से जुड़ी समस्याओं से बचने के लिए आलू काफी लाभकारी माना गया है। क्योंकि, आलू में सोडियम भरपूर मात्रा में पाई जाती है और पोटेशियम की मात्रा कम होती है। जो गुर्दे के लिए काफी फायदेमंद है।
पुनर्नवा (Kidney diseases are cured by Punarnava)
आयुर्वेद में कई गंभीर बीमारियों का इलाज संभव है। किडनी से भी जुड़ी समस्याओं के लिए आयुर्वेद में कई सारी औषधियां हैं जिसमें से एक है पुनर्नवा। इसके 10 से 20 मिलीलीटर (जड़, तना, पत्ती, फल और फूल) का काढ़ा बनाकर सेवन करने से गुर्दे की बीमारियों से छुटकारा मिलने में लाभ मिलता है। इसके अलावा भी कई और जड़ी-बूटियां हैं जिनकी मदद से किडनी की समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।