अल्सर का आयुर्वेदिक उपचार: Ulcer ka Ayurvedic Upchar

अल्सर का बेहतरीन आयुर्वेदिक उपचार
अल्सर का बेहतरीन आयुर्वेदिक उपचार

Ayurvedic treatment of ulcer in hindi: अगर हम सही आहार न ले तो इसके चलते कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। खासकर पेट संबंधी समस्याएं पहले आती हैं। जिनमें से एक है अल्सर। जब हम गलत खान-पान का चुनाव करने लगते हैं तब अल्सर के होने की संभावना अधिक हो जाती है। अल्सर कई तरह के होते हैं। जैसे- अमाशय का अल्सर, पेप्टिक अल्सर या गैस्ट्रिक अल्सर। इसका इलाज समय पर करवाना बेहद जरूरी है वरना यह बीमारी गंभीर रूप भी ले सकती है। पेट की परत जब क्षतिग्रस्त होते हैं तब अल्सर की समस्या उत्पन्न होती है। कुछ आयुर्वेदिक उपचार के जरिए इस समस्या को ठीक किया जा सकता है।

अल्सर के लक्षण (symptoms of ulcer)

आगे बढ़ने से पहले हम अल्सर के लक्षण के बारे में जान लेते हैं।

अल्सर होने पर पेट में असहनीय दर्द हो सकता है।

सीने में जलन

पेट में जलन महसूस होना

गैस्ट्रिक अल्सर ऊपरी पेट के बाएं हिस्से की ओर होते हैं और इसमें भोजन करने पर या उसके बाद दर्द हो सकता है।

ज्यादा अपच की समस्या भी अल्सर का लक्षण है।

सूजन, डकार, मतली और उल्टी भी इसके लक्षण हो सकते हैं।

अल्सर का आयुर्वेदिक उपचार |Ayurvedic treatment of ulcer in hindi

मुलेठी से ठीक होता है अल्सर (Liquorice cures ulcer)

आयुर्वेद मुलेठी को कई सारी समस्याओं को खत्म करने के लिए इस्तेमाल करता है। अल्सर में भी इसका खूब इस्तेमाल होता है। इसके लिए एक गिलास पानी में एक चम्मच मुलेठी पाउडर मिलाकर 15 मिनट तक के लिए छोड़ दें। उसके बाद छान कर दिन में इसका तीन बार सेवन करें। माना जाता है कि ये घरेलू उपचार अल्सर को जड़ से खत्म करने में मदद करता है।

अल्सर की समस्या को दूर करे आंवला (gooseberry to remove the problem of ulcer)

हमारे स्वस्थ शरीर के लिए आंवला काफी लाभकारी माना गया है। इम्यूनिटी स्ट्रांग होने के साथ ही चेहरे और बालों में चमक आती है। इसके सेवन से अल्सर की समस्या भी खत्म हो सकती है। इसके लिए सलाह दी जाती है कि, रात को एक गिलास पानी में दो चम्मच आंवले के पाउडर को पीसी सोंठ और दो चम्मच मिश्री पाउडर में मिलाकर भिगो दें। सुबह उठते ही इसका नियमित रूप से सेवन करें। ये समस्या जल्द ही समाप्त हो जाएगी।

ठंडा दूध (Cold milk is beneficial in ulcer)

अल्सर की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए पुराने समय से ही ठंडे दूध का इस्तेमाल होते आ रहा है। बताया गया है कि, अल्सर को जड़ से खत्म करने के लिए एक कप ठंडे दूध में 1/2 चम्मच नींबू का रस मिलाकर हर रोज दो बार सेवन करने से लाभ मिलता है।

गुड़हल (benefits of hibiscus in ulcer)

हमारे आस-पास प्रकृति ने इतनी चीजें दी हैं कि उसका इस्तेमाल कर हम कई सारी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। गुड़हल उन जड़ी-बूटियों में से एक है जिनकी मदद से कई सारी समस्याएं खत्म हो सकती हैं। फिलहाल अल्सर की बात करें तो इसके लिए गुड़हल की पत्तियों को पीस कर इसका शरबत के तरह सेवन करें। इसे अगर आप नियमित रूप से पीते हैं तो बहुत जल्द ही इस समस्या से छुटकारा मिलने लगता है।

मेथी (Fenugreek seeds will end the problem of ulcer)

पेट से जुड़ी कई सारी समस्याओं को दूर करने के लिए मेथी के दाने का इस्तेमाल किया जाता है। अल्सर हो जाने पर एक चम्मच मेथी के दाने को एक गिलास पानी में उबालकर छान लें और इस पानी में शहद मिलाकर नियमित रूप से दिन में एक बार सेवन करें। इससे काफी लाभ मिलेगा।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।