अगर आपने चतुरंग दंडासन का नाम पहली बार सुना है और आप हैरान हैं कि क्या ये भी कोई आसन है तो आपको बताते चलें कि ये भी योग में एक आसन है। अगर आप इसके नाम को ध्यान से समझने का प्रयास करेंगे तो आप ये जान जाएंगे कि ये कौन सा आसन है और इसे कैसे किया जाता है।
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इस बात को ध्यान में आइए इसके नाम को चार हिस्सों में बाँट देते हैं। इस आधार पर ये इस प्रकार से आपके सामने आएगा चतुर+अंंग+दंड+आसन जिसका अर्थ है चार+शरीर के हिस्से+डंडा+मुद्रा। योग में हर आसन एक मुद्रा ही होती है और इसका अर्थ है कि ये आसन चार अंगों को एक साथ लाने पर होगा।
इस आसन के लिए आपको शरीर के चार हिस्सों को एक साथ लाकर डंडे के समान एक सीढ़ी रेखा में आना है और डंडे के समान सीधा होना है। यही वजह है कि इसे अंग्रेजी में फोर स्टाफ पोज़ कहते हैं। ऐसे कई लोग हैं जो इसे लो प्लैंक भी कहते हैं पर ये कितना सच है ये नहीं कहा जा सकता है।
चतुरंग दंडासन कैसे और क्यूँ करें
इसको करने से आपके शरीर का पोस्चर ठीक होता है और आपको अगर किसी भी प्रकार का कमर दर्द होता है तो उसमें भी इस आसन से आराम मिलता है। आइए आपको इसको करने के तरीके के बारे में बताते हैं जिससे आपकी सेहत ठीक हो सके और आप फिट रह सकें।
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पीठ के बल लेट जाएं
इसके लिए ये प्रयास करें कि आप योग मैट पर हों और अपनी पीठ के बल लेटे हुए हों। इस दौरान आपके हाथ आपके चेस्ट के बगल में हों और हथेलियाँ नीचे की तरफ हों। आप एकदम सीधे लेटें या फिर शवासन में ही रहें ताकि आपको आराम मिले और सांस को एकदम नार्मल तरीके से ही लें।
शरीर को ऊपर उठाएं
इसके बाद अपने हथेलियों और पंजों के सहारे शरीर को ऊपर उठाएं। आपको इन्हें इस स्तर तक उठाना है कि आपका सर, पेट, और टखना एक सीध में हों। ऐसा नहीं है कि ये संभव नहीं है लेकिन कई बार जो लोग इसको पहली बार कर रहे होते हैं उनको इसमें परेशानी पेश आती है।
शरीर की स्थिति को बदल दें
इसके बाद अपने शरीर को धीरे धीरे नीचे लाएं और इस क्रिया को शुरुआत में पंद्रह से पच्चीस सेकेंड के लिए करें। इसके बाद अपने शरीर को पलट लें और अब पेट के बल लेट जाएं। पेट के बल लेटने के बाद इसी क्रिया को दोहराएं। इससे आपको काफी आराम मिलेगा और सेहत भी बेहतर होगी।
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