डिप्रेशन की स्थिति में परेशान रहने वाला इंसान इस बात को नहीं जानता है कि वो डिप्रेशन में है। डिप्रेशन को समझने के लिए आपको ये समझना होगा कि डिप्रेशन कोई लक्षण बताकर नहीं आती है। ये बातें इंसान के व्यवहार में नजर आती हैं और अगर आपको ऐसा लगता है कि इंसान को डिप्रेशन है तो उसकी मदद करें।
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डिप्रेशन का शिकार इंसान कई बार इस बात को लेकर परेशान रहता है कि क्या वो कभी भी अपनी व्यथा को कह पाएगा और अगर हाँ तो ऐसी स्थिति में क्या हो सकता है। डिप्रेशन को समझने के लिए आपको ये समझना होगा कि अगर इंसान की सोच गलत या फिर अकेलेपन को अच्छा समझने लगे तो ये डिप्रेशन हो सकता है।
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ऐसा जरूरी नहीं कि हर इंसान जिसे अपने पर्सनल स्पेस की इच्छा हो तो डिप्रेशन से ही ग्रसित हो। ऐसा कई बार होता है कि लोग खुद को ठीक करने और अपने लक्ष्य को निर्धारित करने के लिए भी अकेलापन पसंद करते हैं। अगर आपको डिप्रेशन है या आप उसके बारे में जानना चाहते हैं तो आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें।
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डिप्रेशन के लक्षण और उपाय
बेहद शांत रहना और हर प्रकार के काम से दूरी रखना - ये बात ध्यान रखें कि इंसान की कुछ चीजों में रूचि होती है। अगर किसी इंसान को अपनी पसंदीदा चीज में भी अच्छापन या खुशी महसूस नहीं हो रही है तो ये एक परेशानी की वजह है। आप ऐसे इंसान से बात जरूर करें क्योंकि कई बार लोग अपनी परेशानी नहीं बताना पसंद करते हैं।
निगेटिव सोच रखना - अगर किसी इंसान की जिंदगी के प्रति सोच बेहद निगेटिव है या उसे हर चीज में सिर्फ परेशानी ही दिखती है तो ये डिप्रेशन का एक लक्षण होता है। वैसे आप रोशार्क टेस्ट करवा सकते हैं पर ये बेहद स्पष्ट आदेशों पर ही किया जा सकता है। कोई भी डॉक्टर बिना प्रारंभिक जांच के इसके आदेश नहीं देता है।
नींद ज्यादा, कम या नहीं आना - अगर किसी इंसान की नींद बेहद कम हो गई है या फिर वो बहुत ज्यादा हो गई है या फिर वो आ ही नहीं रही है तो ये भी डिप्रेशन का कारण हो सकता है। ये बात ध्यान रखें कि आपको ऐसी स्थिति में सिर्फ एक्सपर्ट के साथ बातचीत करनी चाहिए क्योंकि मानसिक रोगों के लिए आप किसी भी इलाज को नहीं कर सकते हैं।
ऐसी स्थिति में एक उपाय जरूर करें और वो ये कि आप खुद मानसिक रोगों के एक्सपर्ट बनकर इंसान का इलाज करना ना शुरू करें ये बात दिमाग और उससे जुड़े रोगों की है। डिप्रेशन के मरीज को कई बार यही मालूम नहीं होता है कि उसे डिप्रेशन है। एक सही इलाज ही शरीर के इस सबसे जरूरी अंग को ठीक रख सकता है।