हेल्थ एंड फिटनेस पर मोबाइल एडिक्शन ने काफी बुरा असर डाला है और ये आज के दौर में एक परेशानी के तौर पर उभरकर सामने आई है। इसकी वजह से डॉक्टर्स को भी ऐसी कई परेशानियों को देखना पड़ रहा है जहाँ लोग मोबाइल एडिक्शन के कारण अपनी हेल्थ एंड फिटनेस को खराब कर रहे हैं।
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आज के दौर में जहाँ जिंदगी काफी तेज और व्यस्त है वहां मोबाइल के एडिक्शन को अच्छा समझना एक गलत चलन है। इससे ना सिर्फ हेल्थ एंड फिटनेस पर असर पड़ता है बल्कि ये इस बात को भी जाहिर करता है कि आपकी एक गलती आपके लिए काफी नुकसानदेह हो सकती है।
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मोबाइल एडिक्शन को हटाने के लिए करें ये काम ताकि बेहतर हो हेल्थ एंड फिटनेस
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हेल्थ एंड फिटनेस को ठीक रखने के लिए आपको मोबाइल का इस्तेमाल कम से कम और लोगों से बातचीत ज्यादा करने की आदत डालनी होगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि मोबाइल एडिक्शन ने लोगों को एक दूसरे से दूर कर दिया है। इसकी वजह से भी लोग आपस में बातें कम कर रहे हैं और दूसरे के बारे में ज्यादा बातें कर रहे हैं।
मोबाइल हमारे जीवन का एक हिस्सा है लेकिन सम्पूर्ण जीवन नहीं है। यदि आपको ऐसा लगता है कि आप मोबाइल को बहुत ज्यादा इस्तेमाल नहीं करते हैं तो आप नीचे दिए गए तरीकों का इस्तेमाल करें और आपको अपनी हेल्थ एंड फिटनेस पर मोबाइल एडिक्शन के कारण होने वाले असर के बारे में जानकारी उपलब्ध हो जाएगी।
मोबाइल एडिक्शन का स्तर जानने के लिए करें ये काम:
1- फोन की सेटिंग में जाकर डिजिटल वेल्बीइंग को खोजें
2- इसमें जाकर देखें कि आप दिनभर में कितना समय अपने फोन पर होते हैं
3- डिजिटल वेल्बीइंग में आपको प्रत्येक ऍप के दौरान इस्तेमाल में लाए गए समय की जानकारी हो जाएगी
4- आप प्रत्येक ऍप में जाकर अपने इस्तेमाल के समय को निर्धारित कर सकते हैं और इस प्रकार आप धीरे धीरे अपने मोबाइल फोन एडिक्शन को दूर कर सकते हैं
यदि आप अपने बच्चे के फोन में इस समय को देखते हैं तो ये जरूरी है कि आप अपने बच्चे के उज्ज्वल भविष्य के लिए उसपर पैरेंटल कंट्रोल का इस्तेमाल करें। यहाँ ये ध्यान देना जरूरी है कि रिपोर्ट के मुताबिक फोन पर एक से तीन घंटे का इस्तेमाल सामान्य है लेकिन उससे अधिक समय एक परेशानी का सबब है।