किस विटामिन की कमी से पिगमेंटेशन होता है: Kis vitamin ki kami se pigmentation hota hai

फोटो: Punjab Kesari
फोटो: Punjab Kesari

स्किन पिगमेंटेशन के दो मतलब होते हैं, एक तो ये कि आपके शरीर में एक काले रंग के धब्बे का बन जाना, और दूसरा ये कि आपको विटिलिगो नाम की बीमारी हो जाना। अगर आपके शरीर में काले रंग के धब्बे बन जा रहे हैं तो ये विटामिन डी की कमी के कारण हो सकते हैं जबकि चककत्ते विटामिन बी12 की कमी के कारण हो सकते हैं।

ये भी पढ़ें: सर की गर्मी का इलाज कैसे करे: Sir ki garmi ka ilaj kaise kare?

ऐसे कई लोग हैं जिनमें ये परेशानी एक लंबे समय तक रहती है और कुछ के लिए तो ये अनुवांशिक भी होती है। कुछ लोग इस परेशानी के कारण कॉन्फिडेंस में कमी महसूस करते हैं जबकि कुछ अन्य को इस परेशानी के कारण लोगों से मिलना जुलना भी पसंद नहीं है। यही वजह है कि स्किन पिगमेंटेशन के मरीज लोगों से दूर रहने का प्रयास करते हैं।

ये भी पढ़ें: हाथ-पैरों में कमजोरी झुनझुनी का एहसास होना है किस बीमारी के लक्षण: haath pairon mein kamjori jhunjhuni ka ehsas hona hai kis beemaari ke lakshan

वैसे ऐसा नहीं है कि ये बीमारी या परेशानी किसी भी प्रकार से छूने से फैलती हो, पर फिर भी लोगों ने इसके ऊपर अलग अलग मिथक बना रखे हैं। ऐसे कई लोग हैं जिनके कारण ये भ्रामक बातें चारों तरफ फैली हुई हैं जबकि कई बार ऐसे लोगों के कारण ही स्किन पिगमेंटेशन से परेशान लोग बाकियों से दूर होने लगते हैं।

किस विटामिन की कमी से पिगमेंटेशन होता है

विटामिन बी12 अथवा डी के कारण ये परेशानी होना सबसे आम है। ऐसा कोई भी अन्य विटामिन नहीं है जिसके कारण ये परेशानी पेश आती हो, और इसे ठीक करना भी बेहद आसान है। आइए आपको हम उसके बारे में बताते हैं।

एलोवेरा - इसके जेल को रात में लगाकर सो जाइए और अगली सुबह इसे गर्म पानी से धुल लीजिए। आपको इससे काफी फायदा होगा और धीरे धीरे परेशानी भी दूर हो जाएगी।

लाल प्याज - जो प्याज आप अपने खाने में इस्तेमाल करते हैं उसका सफेद हिस्सा तो आपके खाने में इस्तेमाल हो सकता है जबकि लाल हिस्सा आप अपने स्किन पर लगा सकते हैं। इससे आपको खासा लाभ होगा और स्किन के रंग में भी बदलाव देखने को मिलेगा।

ग्रीन टी की चायपत्ती - ऐसा कहा जाता है कि अगर आप ग्रीन टी को पीने से पहले उसके टी बैग को निकालकर ठंडा कर लें और फिर उसे पिगमेंटेशन वाली जगह पर लगाएं तो आपको खासा आराम मिलेगा।

दूध - दूध को पिगमेंटेशन वाली जगह पर लगाने से भी आपको खासा आराम मिलेगा। ऐसा माना जाता है कि इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड इस बदलाव के लिए जिम्मेदार है। इसको इस्तेमाल करने के लिए आपको रुई को दूध में भिगोना चाहिए और उसके बाद इसको पिगमेंटेशन वाली जगह पर लगाना चाहिए। ऐसा करने से आपको आराम मिलेगा।

ये भी पढ़ें: फलों और सब्जियों में विटामिन की सूची: Falon aur sabjiyon mein vitamin ki soochi