पेट में गैस बनना एक आम समस्या है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पेट में गैस अमूमन बनती है और अगर आपका पाचन या पाचन क्रिया सही ना हो तो ये परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे में ये जरूरी है कि आप अपने पेट को ठीक रखें और उसके लिए गैस को नियंत्रित करना सबसे महत्वपूर्ण है।
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पेट को ठीक रखने के लिए गर्मी के मौसम में पानी पीना, दही या ठंडी तासीर वाली चीजों का सेवन सबसे प्रमुख है। इसके साथ साथ अगर आप चाहें तो अपने शरीर को एक्सरसाइज की आदत लगवा सकते हैं। इससे आपके शरीर की सेहत अच्छी रहेगी लेकिन अगर आप योगासन का सहारा लेते हैं तो वो सबसे अच्छा होगा। आइए आपको उन योगासनों के बारे में बताते हैं जिनको करके आप पेट में गैस की समस्या को दूर कर सकते हैं।
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पेट की गैस के लिए 5 योगासन
पेट की गैस को ठीक करने के लिए आप इन 5 योगासन को जिंदगी का हिस्सा बना सकते हैं:
वज्रासन: पेट में बन रही गैस को दूर करने के लिए वज्रासन सबसे महत्वपूर्ण है। इस आसन से आप पेट और आंत में रक्त के प्रवाह को बढ़ा देते हैं। इस बढ़े हुए प्रवाह से आपके खाने का पाचन सही से होता है और आपको परेशानी भी कम होती है। इससे गैस, एसिडिटी और अपच जैसी परेशानियाँ दूर हो जाती हैं।
पश्चिमोत्तानासन: इस आसन को फॉरवर्ड बेंड पोज भी कहते हैं। इस योगासन से सिर्फ पेट ही नहीं बल्कि शरीर के अन्य अंगों को भी ठीक होने का मौका मिलता है। अगर आपके पीरियड्स में कोई परेशानी आ रही है या आपका टमी फैट यानी पेट की चर्बी बढ़ी हुई है तो वो इस आसन से दूर हो सकती है। खून का सही प्रवाह ही सेहत को बेहतर करने का पहला कदम है।
बालासन: अगर आपको रेस्ट करना पसंद है तो ये पोज आपके लिए है। इस आसन में आप अपने पेट और पैर के घुटनों को एक साथ कर लेते हैं और हाथों को जमीन में आगे की तरफ ले जाते हैं। इस दौरान आप ये महसूस करेंगे कि आपके पेट की नसें खिंच रहीं हैं और उनमें एक हल्का तनाव भी हो रहा है। ये एक अच्छा संकेत है क्योंकि इससे पेट में गैस से जुड़ी परेशानी दूर होती है और ये तनाव तथा थकान को दूर करने में मददगार है।
अर्धमत्स्येन्द्रासन: आपने 'आओ ट्विस्ट करें' गाना तो सुना होगा, और अगर नहीं तो ये जान लें कि इस आसन के दौरान आपको अपने शरीर को ट्विस्ट करना होता है। इसके लिए आप जब अपने पैरों को पालथी वाली स्थिति में ले आते हैं और फिर दाएं पैर को बांए पैर से दूर ले जाते हैं तो ये आपके पैर एवं पेट के अंगों को खिंचाव देता है। इससे आपके पेट में मौजूद गैस बाहर चली जाती है और आपको काफी आराम महसूस होता है।
कपालभाति: इस आसन को करने का तरीका हर किसी को मालूम है लेकिन एक गलती जो बेहद आम है वो ये कि कपालभाति करते समय हम नाक से हवा सही समय पर बाहर नहीं भेजते हैं और ना ही अंदर खींचते हैं। ये ध्यान रखें कि जब आप पेट को अंदर खींचें तो आपको नाक से हवा बाहर करनी होती है और पेट को बाहर करते समय, साँस अंदर खींचनी होती है।