आयुर्वेद में कई जड़ी बूटी का उपयोग किया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं। उन्हीं में से जड़ी बूटी त्रिफला (Triphala) है, त्रिफला औषधीय गुणों से भरपूर होता है, त्रिफला का सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियां दूर होती है। क्योंकि त्रिफला में विटामिन सी, एंटी बैक्टीरियल, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी जैसे गुण पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिहाज से काफी लाभदायक साबित होते हैं। लेकिन त्रिफला का सेवन आपके लिए तभी फायदेमंद साबित होता है, जब आप उसका सही तरह से सेवन करते हैं। तो आइए जानते हैं त्रिफला लेने का सही नियम क्या है और इसके क्या-क्या फायदे होते हैं।
त्रिफला लेने के नियम, 6 फायदे
त्रिफला लेने का नियम
1- सुबह खाली पेट त्रिफला चूर्ण का गुड़ के साथ सेवन किया जा सकता है।
2- त्रिफला चूर्ण का दूध के साथ सेवन किया जा सकता है।
3- त्रिफला चूर्ण का गुनगुने पानी के साथ सेवन किया जा सकता है।
4- त्रिफला का शहद के साथ सेवन कर सकते हैं।
5- त्रिफला का काढ़ा बनाकर सेवन किया जा सकता है।
त्रिफला के फायदे
1- त्रिफला के सेवन आंखों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि त्रिफला एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, इसलिए अगर आप त्रिफला का सेवन करते हैं, तो इससे आंखों की रोशनी (Eyesight) तेज होती है। साथ ही मोतियाबिंद (cataracts) जैसी बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
2- आजकल की लाइफस्टाइल और गलत खान-पान की वजह से लोगों को पाचन (Digestion) से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन अगर आप त्रिफला का सेवन करते हैं, तो इससे पाचन संबंधी समस्या दूर होती है। साथ ही पाचन तंत्र भी मजबूत होता है।
3- हृदय (Heart) को स्वस्थ रखने के लिए त्रिफला का सेवन काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि त्रिफला में एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। इसलिए अगर आप त्रिफला का सेवन करते हैं, तो इससे हृदय रोगों का जोखिम कम होता है। साथ ही अगर किसी का कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) बढ़ा है, तो वो भी कम होता है।
4- त्रिफला का सेवन डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि त्रिफला में एंटीडायबिटीक प्रभाव पाया जाता है, जो शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मददगार साबित होता है।
5- गठिया (Arthritis) की बीमारी होने पर जोड़ों में दर्द और सूजन की शिकायत हो जाती है। लेकिन अगर आप त्रिफला का सेवन करते हैं, तो इससे गठिया की बीमारी काफी हद तक ठीक होती है। क्योंकि त्रिफला में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है, जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
6- मसूडें या दांत में दर्द (Teeth pain) की शिकायत होने पर भी त्रिफला के सेवन काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि त्रिफला में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो मुंह में बैक्टीरिया को पनपने से रोकने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए गुनगुने पानी में त्रिफला चूर्ण को मिलाकर कुल्ला कर सकते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।